चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की किसी गतविधि की सूचना नहीं है। हालांकि उनका संगठन आई-पैक काम कर रहा है। गोवा और त्रिपुरा में आई-पैक के प्रोफेशनल्स तृणमूल कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं। जानकार सूत्रों के मुताबिक प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिला होने का मामला अनिश्चितकाल के लिए टला हुआ है। पहले तो वे खुद ही अभी तुरंत कांग्रेस में नहीं शामिल होना चाहते थे क्योंकि उनको लग रहा है कि अगले साल जिन पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं वहां कांग्रेस को कुछ भी नहीं हासिल होने वाला है। लेकिन अब कहा जा रहा है कि दोनों तरफ से मामला ठंडे बस्ते में चला गया। उधर उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के साथ मिल कर कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने वाले कुछ फैसले किए हैं, जिससे कांग्रेस में नाराजगी भी है। election strategist Prashant Kishor
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इस बीच उनको लेकर दो खबरें हैं। पहली खबर तो यह है कि वे इंडिया अगेंस्ट करप्शन की तर्ज पर एक गैर सरकारी संगठन बनाने जा रहे हैं, जिसमें रिटायर अधिकारी, अकादमिक जगह के हस्तियां, लेखक, सामाजिक कार्यकर्ता आदि शामिल होंगे। ‘इंडिया डिजर्व्स बेटर’ के बैनर तले यह काम होगा। इसके जरिए वे 2024 के चुनाव के लिए माहौल बनवाएंगे। दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि वे देश भर में ऐसे मजबूत नेताओं की तलाश कर रहे हैं, जिनको तृणमूल कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ाया जाए। अपने दम पर चुनाव जीतने में सक्षम ऐसे नेताओं को सारे साधन मुहैया करा कर उनको तृणमूल की टिकट पर चुनाव लड़ाने की योजना है। ऐसे लोगों में कांग्रेस के भी कई नेता शामिल हैं। इसका मकसद बांग्ला भाषी इलाकों से बाहर तृणमूल को कुछ सीटें दिलाने का है।
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