Bollywood Movies Raj Kundra यह पता नहीं कि किसी योजना के तहत हो रहा है या सब कुछ अपने आप हो रहा है कि हिंदी फिल्म उद्योग की सफाई शुरू हो गई है। दशकों तक जिन चीजों को लेकर बॉलीवुड की आलोचना होती थी उन सभी के मामले में साफ-सफाई का काम शुरू हो गया है। कुछ काम केंद्रीय एजेंसियों ने किया तो कुछ काम राज्य सरकार की एजेंसियां कर रही हैं। पिछले साल जून में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद, जो कहानी शुरू हुई वह अंजाम की तरफ बढ़ रही है। सुशांत सिंह राजपूत की हत्या की जांच सीबीआई कर रही है। उसकी जांच लंबी खींच रही है लेकिन इस बीच बॉलीवुड नेपोटिज्म को लेकर पूरी तरह से एक्सपोज हो गया।
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सिर्फ फिल्मी परिवार वालों को आगे बढ़ाने वाले निर्माता-निर्देशक बैकफुट पर आए और इसका बड़ा फायदा बाहर से जाने वाले लोगों को मिला है। दूसरी सफाई नशे के मामले में हुई। बॉलीवुड पर आरोप लगते रहे थे कि पूरी इंडस्ट्री नशे का शिकार है और नशे के बड़े कारोबारी फिल्मी सितारों के संपर्क में रहते हैं। सुशांत सिंह राजपूत के बहाने ही नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने जांच शुरू की। दिल्ली पुलिस के मौजूदा कमिश्नर राकेश अस्थाना ने एनसीबी के प्रमुख के नाते इस जांच का दायरा बड़ा कर दिया और अनेक लोग पकड़े गए। कई बड़े नामों का खुलासा हुआ और जांच अब भी जारी है।
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तीसरी सफाई इरोटिका के नाम पर बनने वाले पोर्न कंटेंट की हुई है। राज्य की पुलिस ने इस सिलसिले में राज कुंद्रा को पकड़ा है और कई बड़े नाम निशाने पर हैं। पोर्न के बहाने फिल्म उद्योग में लगाए जाने वाले काले धन का खुलासा भी हो रहा है। कई विदेशी फंडिंग का पता लगा है। अगर राज्य सरकार पूर्वाग्रह छोड़ कर केंद्रीय एजेंसियों की मदद ले दुबई की फंडिंग का समूचा राज खुल सकता है। ध्यान रहे हिंदी फिल्म उद्योग में अंडरवर्ल्ड से होने वाली फंडिंग बहुत बड़ी है और इसी दम पर अंडरवर्ल्ड के लोग कंटेंट से लेकर फिल्म की कास्ट तक का निर्धारण करते हैं। अगर नशे और पोर्न की जांच किसी मुकाम तक पहुंचती है तो कई फिल्म उद्योग में बड़ी सफाई हो जाएगी।
बॉलीवुड में सफाई अभियान
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