अरविंद केजरीवाल एक तरफ केंद्र सरकार के अध्यादेश पर राजनीति कर रहे हैं और विपक्षी पार्टियों को एक करने में लगे हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस को कमजोर करने की राजनीति पर भी काम कर रहे हैं। उन्होंने अध्यादेश के मामले में भी कह दिया है कि कांग्रेस या तो उनके साथ है या मोदी के साथ। इससे कांग्रेस नेता नाराज हैं। अब केजरीवाल जमीनी राजनीति में भी केजरीवाल के खिलाफ अभियान शुरू करने वाले हैं। उनका पहला निशाना राजस्थान है, जहां कांग्रेस सरकार में है और दूसरा राज्य हरियाणा है, जहां कांग्रेस मजबूत विपक्ष है और अगले चुनाव में जीतने की उम्मीद कर रही है। दोनों राज्यों में इस महीने केजरीवाल का चुनाव प्रचार अभियान शुरू हो रहा है।
हरियाणा में केजरीवाल की पार्टी आठ जून को तिरंगा यात्रा निकाल रही है। इसमें केजरीवाल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी शामिल होंगे। आम आदमी पार्टी ने ‘एक मौका केजरीवाल को’, नारा दिया है। ध्यान रहे केजरीवाल हरियाणा के ही रहने वाले हैं। इसके बाद 18 जून से राजस्थान में उनकी रैलियां शुरू होंगी। बताया जा रहा है कि वे राज्य के हर संभाग में रैली करेंगे और उनके साथ भगवंत मान भी शामिल रहेंगे। आम आदमी पार्टी को लग रहा है कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार के खिलाफ एंटी इन्कम्बैंसी है, जिसका फायदा उसको मिल सकता है। इस साल मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी विधानसभा चुनाव हैं, जहां सभी सीटों पर लड़ने की तैयारी आम आदमी पार्टी कर रही है। आप के चुनाव प्रबंधक संदीप पाठक कांग्रेस के असर वाले तीनों राज्यों- राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में आप की चुनावी रणनीति पर काम कर रहे हैं। आप का मकसद इन राज्यों में अपना वोट बैंक बढ़ाना है।