लोकसभा चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के समापन भाषण में लोकसभा चुनाव की तैयारियों और चुनाव में उतरने का ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि अब चुनाव में चार सौ दिन बचे हैं। इससे पहले आमतौर पर जिस साल चुनाव होना होता था उसी चुनावी साल कहते थे और वह साल शुरू होने पर ही चुनाव की तैयारियां होती थीं। लेकिन अब एक साल की बजाय प्रधानमंत्री ने चार सौ दिन की बात कही है। इसी हिसाब से उनकी पार्टी ने चुनाव की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक और उससे पहले हुई पार्टी पदाधिकारियों की बैठक चुनावी तैयारियों और चुनाव के एजेंडे के बारे में थी।
इस साल होने वाले राज्यों के चुनावों के साथ साथ पार्टी नेताओं का एक समूह अगले लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहा है। केंद्रीय मंत्रियों की एक टीम पिछली बार हारी हुई सीटों पर काम कर रही है तो उसके साथ साथ चार सौ से ज्यादा सीटें, जिन पर भाजपा चुनाव लड़ती है उनको भी केंद्रीय मंत्रियों के बीच बांटा गया है और उनको हर सीट पर जाने को कहा गया है। हर केंद्रीय मंत्री के जिम्मे तीन, चार या उससे ज्यादा सीट दी गई है। इसके अलावा राज्यसभा के सांसदों को अलग से जिम्मा दिया गया है। पार्टी संगठन लोकसभा चुनाव के लिहाज से चुने गए करीब 74 हजार बूथ पर काम कर रहा है। सोचें, इसके बरक्स कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों की चुनाव की क्या तैयारी है? विपक्षी पार्टियों को भी भाजपा से सबक लेकर अपने अपने राज्य में लोकसभा चुनाव की तैयारी करनी चाहिए।