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एमएलसी का चुनाव होगा, मनोनयन रूका रहेगा

ByNI Political,
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एमएलसी का चुनाव होगा, मनोनयन रूका रहेगा
यह कमाल महाराष्ट्र में हो रहा है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने राज्य में विधान परिषद की पांच सीटों के लिए चुनाव की घोषणा कर दी है। ये पांच सीटें स्थानीय निकायों के सदस्यों द्वारा चुने जाने वाली हैं। महाराष्ट्र के अलावा कर्नाटक, आंध्र प्रदेश आदि राज्यों में भी स्थानीय निकायों के सदस्यों द्वारा होने वाले चुनाव की अधिसूचना जारी की गई है। महाराष्ट्र में वैसे स्थानीय निकाय के जरिए विधान परिषद में भरी जाने वाली सात सीटें खाली हैं लेकिन चुनाव आयोग का कहना है कि दो सीटें, जिन जिलों में आती हैं वहां स्थानीय निकायों के 75 फीसदी चुने हुए प्रतिनिधि नहीं हैं। सो, वहां स्थानीय निकायों के चुनाव के बाद विधान परिषद का चुनाव होगा। दूसरी अहम बात यह है कि महाराष्ट्र विधान परिषद की ये सीटें अगले साल एक जनवरी को खाली हो रहे हैं लेकिन उससे एक महीने पहले ही चुनाव करा लिया जाएगा।  Read also भाजपा के आरोप और महामारी के नायक सोचें, पांच सीटें खाली होने से पहले ही चुनाव कराया जाएगा लेकिन राज्यपाल के मनोनयन कोटे वाले 12 सीटें एक साल से ज्यादा समय से खाली हैं और किसी को चिंता ही नहीं है। राज्य की महा विकास अघाडी सरकार ने पिछले साल नवंबर में राज्यपाल के पास 12 नामों की सूची भेजी थी। लेकिन एक साल बाद भी राज्यपाल ने उस पर फैसला नहीं किया। मामला हाई कोर्ट में पहुंचा तो संभवतः पहली बार ऐसा हुआ होगा कि हाई कोर्ट ने राज्यपाल के इस नजरिए पर सवाल उठाया और कहा कि इस तरह की नियुक्तियों की मामला अनिश्चितकाल तक नहीं लटकाया जा सकता है। बांबे हाई कोर्ट की इस टिप्पणी के महीनों बीत जाने के बाद भी राज्यपाल ने इस फैसला नहीं किया। सरकार में शामिल शिव सेना, कांग्रेस और एनसीपी तीनों पार्टियों की ओर से चार-चार नाम दिए गए थे, जिन्हें कैबिनेट की मंजूरी के बाद राज्यपाल को भेजा गया। गौरतलब है कि राज्यपाल देश और संविधान की सबसे ज्यादा दुहाई देने वाली पार्टी के नेता रहे हैं।
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