दिल्ली नगर निगम का चुनाव कांग्रेस पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत शीला दीक्षित के नाम पर लड़ रही है। वह शीला जी वाली दिल्ली बनाने का नारा दिए हुए है। लेकिन ऐसा नहीं है कि सिर्फ कांग्रेस पार्टी उनके एजेंडे को लागू करके उनके वाली दिल्ली बनाने का वादा कर रही है। कांग्रेस की कब्र पर पनपी आम आदमी पार्टी भी शीला दीक्षित की सरकार के समय लागू हुई कुछ योजनाओं को अलग तरह से लागू करने का वादा कर रही है। इसमें सबसे मुख्य वादा रेजिडेंट वेलफेयर सोसासटी यानी आरडब्लुए को अधिकारसंपन्न बनाने का मुद्दा एक है। केजरीवाल ने वादा किया है कि अगर नगर निगम में उनकी पार्टी जीतती है तो दिल्ली के आरडब्लुए को मिनी पार्षद का दर्जा दिया जाएगा।
आम आदमी पार्टी के इस वादे का मतलब यह निकाला जा रहा है कि वह जीतने पर आरडब्लुए को पॉलिसी बनाने से लेकर उसे लागू करने तक के काम में शामिल करेगी। इससे स्थानीय समस्याओं का ज्यादा आसानी से हल निकलेगा। हालांकि भारतीय जनता पार्टी इसका विरोध कर रही है। वैसे भी इस तरह की कोई भी पहल करने से पहले उप राज्यपाल के जरिए केंद्र की मंजूरी जरूरी होगी, जो हासिल करने आप के लिए मुश्किल होगा। लेकिन जब शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री थीं तो उन्होंने भागीदारी योजना शुरू की थी। इसके तहत नागरिक समस्याओं से जुड़ी सरकार की योजनाओं को लागू करने में आरडब्लुए को साझीदार बनाया गया था। दिल्ली में हरित क्षेत्र बढ़ाने, पार्कों के विकास से लेकर सफाई तक के अनेक कामों में दिल्ली सरकार ने आरडब्लुए को शामिल किया था। केजरीवाल की दिल्ली सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया है लेकिन नगर निगम में जीतने पर ऐसा करने का वादा किया है।