दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते संकट के बीच इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सरकार का पहला विस्तार कर सकते हैं। पिछले महीने सरकार के एक साल पूरे होने का वर्चुअल जश्न मनाया गया है। उस समय भी सरकार में विस्तार की चर्चा थी। ध्यान रहे नरेंद्र मोदी की पहली सरकार का पहला फेरबदल छह महीने में ही हो गया था पर इस बार 13 महीन होने जा रहे हैं औऱ अभी तक बिना फेरबदल के काम चल रहा है, जबकि इस बीच कई चीजें बदल गई हैं। शिव सेना ने साथ छोड़ दिया और अरुण जेटली का निधन हो गया। कई मंत्रालयों में प्रभारी मंत्रियों के सहारे काम चल रहा है। भारत में प्रधानमंत्री सहित 81 मंत्री हो सकते हैं पर अभी 59 ही मंत्री हैं। यानी 22 मंत्री पद खाली हैं।
जाहिर है पहला विस्तार बहुत बड़ा हो सकता है। एक दर्जन से ज्यादा नए मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। पर वह काम कब होगा, इसका इंतजार भाजपा के तमाम ऐसे सांसदों को भी है, जो पिछली बार मंत्री थे और इस बार मंत्री बनने से रह गए। उनके अलावा सबसे ज्यादा इंतजार कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों को है। उनके समर्थक प्रचार कर रहे हैं कि अगले दस दिन में कैबिनेट का विस्तार होगा और सिंधिया केंद्र में मंत्री बनेंगे। उनकी ओर से 25 जून की तारीख भी बताई जा रही है। फिलहाल सिंधिया और उनकी मां को कोरोना वायरस का संक्रमण हो गया है, जिसका दिल्ली में इलाज हो रहा है। वैसे वे 19 जून को वे राज्यसभा के लिए चुन लिए जाएंगे। उधर कांग्रेस छोड़ने वाले उनके समर्थक विधायक भी मध्य प्रदेश में मंत्री बनने के इंतजार में दुबले हो रहे हैं।