केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के विस्तार की चर्चाओं के साथ इस बात की भी चर्चा शुरू हो गई है कि कुछ केंद्रीय मंत्रियों को संगठन के काम में भेजा जा सकता है और संगठन के कुछ पदाधिकारियों को सरकार में लिया जा सकता है। इस सिलसिले में सबसे ज्यादा चर्चा में स्मृति ईरानी का नाम है। बताया जा रहा है कि उनको पश्चिम बंगाल का प्रभारी बनाया जा सकता है। अभी कैलाश विजयवर्गीय प्रभारी हैं, लेकिन उनको कुछ और जिम्मेदारी दिए जाने की खबर है। ममता का मुकाबला करने के लिए स्मृति ईरानी को परफेक्ट माना जा रहा है। उनकी मां बंगाली हैं और वे खुद बहुत अच्छी बांग्ला बोलती हैं। इसलिए अगले लोकसभा चुनाव की चिंता में पार्टी उनको बंगाल भेज सकती है।
पार्टी संगठन से जिन दो बड़े नेताओं को सरकार में लाने की चर्चा है उनके नाम राजीव प्रताप रूड़ी और भूपेंद्र यादव है। रूड़ी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं और भूपेंद्र यादव महासचिव हैं। वे अमित शाह के सबसे भरोसेमंद और करीबी माने जाते हैं। पार्टी के दो उपाध्यक्षों ओड़िशा के बैजयंत जय पांडा और झारखंड की अन्नपूर्णा देवी को भी सरकार में लाए जाने की चर्चा है। इसके अलावा सरकार के कुछ मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है। बिहार से अगर नए मंत्री आते हैं तो कम से कम दो बिहारी मंत्रियों पर गाज गिर सकती है। उन्हें संगठन के काम में भेजा जा सकता है। तभी कहा जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार की कवायद के सिलसिले में प्रधानमंत्री मोदी लगातार जेपी नड्डा को साथ रख रहे हैं ताकि अदला-बदली के बारे में विचार किया जा सके।