चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के एक दोस्त नरेश पटेल ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। नरेश पटेल खोडलधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं और बहुत प्रभावशाली पटेल नेता हैं। हार्दिक पटेल के बाद वे दूसरे बड़े पाटीदार नेता हैं, जो भाजपा के साथ जा रहे हैं। हो सकता है कि वे सीधे भाजपा ज्वाइन न करें लेकिन चुनाव में वे भाजपा की मदद करेंगे। पटेल मुख्यमंत्री बनाने के बाद तीन मजबूत पटेल नेताओं को साथ करके भाजपा ने अपनी रणनीति साफ कर दी है। नरेंद्र मोदी और अमित शाह का चेहरा दिखाने के बावजूद भाजपा ने राज्य की सबसे प्रभावशाली जाति को साथ लेने का मैसेज दिया है।
नरेश पटेल के प्रधानमंत्री से मिलने और भाजपा के साथ जाने की खबर का दिलचस्प पहलू यह है कि वे प्रशांत किशोर के दोस्त हैं और प्रशांत उनको कांग्रेस में लाने वाले थे। काफी समय तक चर्चा होती रही थी कि नरेश पटेल कांग्रेस ज्वाइन करेंगे। यह भी खबर आई थी कि उन्होंने कांग्रेस के सामने शर्त रखी थी कि प्रशांत किशोर गुजरात में कांग्रेस को चुनाव लड़वाएंगे तभी वे कांग्रेस में शामिल होंगे। पीके ने बाद में इंटरव्यू में नरेश पटेल के साथ अपने अच्छे संबंध होने की बात स्वीकार की थी। उधर बिहार में प्रशांत किशोर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भाजपा से मिले होने के आरोप लगा रहे हैं और दूसरी ओर गुजरात में उनके दोस्त भाजपा में शामिल हो रहे हैं। हकीकत यह है कि प्रशांत किशोर ने भी भाजपा से अपने संपर्क समाप्त नहीं किए हैं।