गुजरात के पाटीदार नेता नरेश पटेल अगर कांग्रेस में शामिल होते हैं तो यह कांग्रेस का ट्रंप कार्ड होगा। वे ट्रंप कार्ड इस लिहाज से नहीं होंगे कि उनके आने से कांग्रेस चुनाव जीत जाएगी। गुजरात में भाजपा को हराना नामुमकिन की हद तक मुश्किल है। लेकिन कांग्रेस जो अभी आम आदमी पार्टी का खतरा देख रही है वह खतरा खत्म हो जाएगा। नरेश पटेल के कांग्रेस में शामिल होने से आप का अभियान पटरी से उतर जाएगा। आप की उम्मीदें नरेश पटेल या हार्दिक पटेल से जुड़ी है। पार्टी दोनों में से किसी एक के अपने साथ आने की उम्मीद कर रही है। अगर दोनों कांग्रेस के साथ रहते हैं तो आप के लिए चुनाव लड़ना मुश्किल होगा।
ध्यान रहे आम आदमी पार्टी गुजरात में कांग्रेस को मुख्य विपक्षी पार्टी की जगह से रिप्लेस करने की संभावना देख रही है। पंजाब में जीत के बाद उसने बड़े पैमाने पर गुजरात में अभियान छेड़ा है। लेकिन कांग्रेस की नरेश पटेल से बातचीत आखिरी चरण में पहुंच गई है। अगर प्रशांत किशोर कांग्रेस के प्रचार की कमान संभालते हैं और नरेश पटेल कांग्रेस में शामिल होते हैं तो आप काफी पीछे चली जाएगी। ध्यान रहे हार्दिक पटेल कडवा पटेल हैं, जबकि नरेश पटेल लेउवा पटेल हैं। गुजरात में इन्हीं दोनों समूहों का सबसे ज्यादा असर है। हालांकि इसी काट में भाजपा ने विजय रूपानी को हटा कर भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया है। इसके बावजूद नरेश और हार्दिक पटेल साथ रहे तो कांग्रेस को बड़ा फायदा होगा।