ममता बनर्जी के चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पिछले दिनों अपने एक इंटरव्यू में कहा कि विपक्ष का नेतृत्व करना कांग्रेस का एकाधिकार नहीं है। उसी इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि दूसरी विपक्षी पार्टियों को भी अपना नेता प्रोजेक्ट करना चाहिए। इसके तुरंत बाद एनसीपी ने शरद पवार को नेता घोषित कर दिया। हालांकि पवार दशकों से नेता घोषित हैं और प्रधानमंत्री बनने के इंतजार में हैं। पिछले दिनों वे 81 साल के हुए और इस मौके पर पार्टी ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें छगन भुजबल ने उनको प्रधानमंत्री पद का दावेदार बता कर उनकी जबरदस्त तारीफ की। NCP Prashant kishore advice
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भुजबल ने महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार के गठन का जिक्र किया और इसे चमत्कार बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर भी इस तरह के चमत्कार शरद पवार कर सकते हैं। एनसीपी के नेता मान रहे हैं कि देश भर में विपक्ष को एकजुट करने का काम अगर शरद पवार को दिया जाए तो वे कामयाब होंगे। उधर तृणमूल कांग्रेस और प्रशांत किशोर चाहते हैं कि ममता बनर्जी देश भर में विपक्ष को एकजुट करें और वे नेता हों। पवार की उम्र और सेहत उनके साथ नहीं है। लेकिन वे हार मानने वाले योद्धा नहीं हैं। अगर आने वाले दिनों में किसी तरह से नीतीश कुमार भी इस राजनीति में कूदते हैं तो मुकाबले दिलचस्प हो जाएगा। अरविंद केजरीवाल पहले से इस राजनीति में लगे हैं।