बिहार में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच ऐसी खबर है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के कामकाज से खुश नहीं हैं। ध्यान रहे मंगल पांडेय भाजपा के नेता हैं और प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। पर बतौर स्वास्थ्य मंत्री उनके कामकाज से नीतीश खुश नहीं बताए जा रहे हैं। ध्यान रहे पिछले साल गर्मियों में मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से दो सौ से ज्यादा बच्चे मर गए थे। तब नीतीश एक बार भी अस्पताल में बच्चों का हाल जानने नहीं पहुंचे थे। तब भी खबर थी कि वे सारा ठीकरा स्वास्थ्य मंत्री और इस तरह भाजपा पर फूटने देना चाहते हैं।
कोरोना वायरस के संकट में भी ऐसा ही होता दिख रही है। पिछले दिनों टेस्टिंग और बिहार की पूरी आबादी की थर्मल स्क्रीनिंग को लेकर बड़ा विवाद हुआ। बिना थर्मामीटर के बिहार में थर्मल स्क्रीनिंग हुई ऊपर से स्वास्थ्य मंत्री ने कई बार संख्या को लेकर कंफ्यूजन वाला ट्विट किया, जिससे सरकार का मजाक बना। बिहार के एक जानकार नेता का कहना है कि नीतीश कुमार स्वास्थ्य मंत्री से नाराज हैं पर कुछ कर नहीं सकते हैं इसलिए स्वास्थ्य सचिव को हटा कर मैसेज दिया है। उन्होंने ऐन कोरोना के संकट के बीच स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार को हटा कर उनकी जगह उदय सिंह को सचिव बनाया।