तभी कहा जा रहा है कि अगले साल जब राज्यसभा का उनका कार्यकाल खत्म होगा तो कांग्रेस उन्हें दोबारा उच्च सदन में नहीं भेजेगी। वैसे भी हिमाचल प्रदेश में पार्टी की ऐसी स्थिति नहीं है कि वह किसी को भी राज्यसभा में भेज सके। किसी दूसरे राज्य से उच्च सदन में भेजने की भी कोई संभावना नहीं है। इस बीच कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल में नया ब्राह्मण नेतृत्व तैयार करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस में अभी चल रही खींचतान के बीच पार्टी ने आरएस बाली को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का सचिव बनाया है। वे जीएस बाली के बेटे हैं।
हिमाचल प्रदेश में जीएस बाली कांग्रेस का बड़ा ब्राह्मण चेहरा रहे हैं। वे मजबूत आधार वाले नेता थे। उनके बेटे को सचिव बना कर पार्टी ने एक बड़ा संदेश दिया है। इससे पहले भी पार्टी ने हिमाचल प्रदेश के ब्राह्मण नेता सुधीर शर्मा को एआईसीसी का सचिव बनाया था। उनको पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का करीबी माना जाता है। एक के बाद एक दो ब्राह्मण नेताओं को आगे करने का मैसेज समझना मुश्किल नहीं है। इनके बावजूद आनंद शर्मा पार्टी में बने रह सकते हैं लेकिन उनका महत्व कम होना तय दिख रहा है।