रियल पालिटिक्स

पवार, यशवंत और अब ममता

ByNI Political,
Share
पवार, यशवंत और अब ममता
Politics Mamta Sharad Yashwant विपक्ष के नेताओं का म्यूजिकल चेयर चल रहा है। सारे नेता एक आभासी कुर्सी के ईर्द-गिर्द संगीत की धुन पर चक्कर लगा रहे हैं। कुछ दिन पहले तक विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास कर रहे नेता शरद पवार थे। चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मुंबई जाकर उनसे मुलाकात की और उसके दिल्ली में दोनों की मुलाकातें हुईं तो माना गया कि शरद पवार को विपक्षी राजनीति की धुरी बनाया जा रहा है। फिर एक दिन पवार के यहां विपक्षी नेताओं और देश के जाने-माने नागरिकों की बैठक बुलाई गई। पर उस दिन पवार पीछे हट गए और यशवंत सिन्हा को श्रेय लेने दिया। Read also यूपी में विस्तार होगा या नहीं? यानी एनसीपी पीछे हटी और यशवंत सिन्हा के बनाए राष्ट्र मंच को आगे किया गया। हालांकि यशवंत सिन्हा भी तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हैं। ये दोनों नेता 80 साल या उसके आसपास की उम्र वाले हैं। ऊपर से स्ट्रीट फाइटर भी नहीं हैं। इसलिए परदे के पीछे की जोड़-तोड़ के लिए तो ठीक हैं पर सामने से मुकाबले के लिए इनका चेहरा आगे नहीं किया जा सकता। तभी तीसरा नाम ममता बनर्जी का आया। वे तीसरी बार बंगाल में जीतने के बाद खुद को राष्ट्रीय राजनीति में स्वाभाविक रूप से फिट मान रही हैं। वे सड़क पर उतर कर मुकाबला कर सकती हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि यह आखिरी चेहरा है। Read also भाजपा-कांग्रेस की सिर्फ भूमिका बदली है राजनीति में हमेशा किसी सरप्राइज के लिए तैयार रहना चाहिए। अगले साल के चुनाव के बाद अखिलेश या मायावती का चेहरा उभर सकता है। अगर नीतीश कुमार फिर से गठबंधन बदल करते हैं तो उनका भी चेहरा हो सकता है और अगर कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करती है तो राहुल गांधी भी चेहरा हो सकते हैं। Read also कर्नाटक के कई मंत्रियों की छुट्टी होगी
Published

और पढ़ें