
वैसे तो चुनाव आयोग ने छह राज्यों में तीन लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की है। लेकिन सबकी नजर दिल्ली और झारखंड की दो विधानसभा सीटों पर है क्योंकि इन दो चुनावों से दोनों राज्यों की राजनीति की दिशा तय होगी। दिल्ली में राजिंदर नगर सीट पर उपचुनाव हो रहा है क्योंकि आप के विधायक राघव चड्ढा अब पंजाब से राज्यसभा सांसद बन गए है। उधर झारखंड की मांडर सीट पर इसलिए चुनाव हो रहा है क्योंकि वहां के कांग्रेस विधायक बंधु तिर्की को आय से अधिक मामले में सजा हो गई है। बताया जा रहा है कि मांडर से बंधु तिर्की अपनी बेटी के लिए टिकट मांग रहे हैं तो दिल्ली में राजिंदर नगर सीट से आप की ओर से दुर्गेश पाठक को लड़ाया जा सकता है।
ध्यान रहे दिल्ली में नगर निगम चुनावों की घोषणा से ठीक पहले तीनों नगर निगमों को एक करने का ऐलान करते हुए चुनाव टाल दिए गए थे। अब तीनों नगर निगमों का विलय कर दिया गया है। लेकिन सीटों की संख्या घटनी है और परिसीमन होना है, जिसके नाम पर चुनाव अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हैं। अगर राजिंदर नगर सीट पर भाजपा जीतती है तो नगर निगम के चुनाव जल्दी होंगे अन्यथा दिल्ली में बुलडोजर चलते रहेंगे और चुनाव टला रहेगा। इसी तरह अगर झारखंड में मांडर सीट भाजपा जीतती है तो राज्य सरकार के लिए खतरा बढ़ेगा और मध्यावधि चुनाव की संभावना बढ़ेगी। अगर भाजपा नहीं जीतती है तो राज्य सरकार के मंत्रियों, अधिकारियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई जोर-शोर से चलती रहेगी।