झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की बड़ी कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने समन भेजा है और तीन नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है। उनसे अवैध खनन के मामले में पूछताछ होगी। इस मामले में कई लोग पहले गिरफ्तार हो चुके हैं। ईडी ने हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। उससे पहले राज्य की खनन सचिव और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को गिरफ्तार किया गया था। बाद में सरकार के करीबी माने जाने वाले प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव को ईडी ने गिरफ्तार किया और कुछ दिन पहले एक दूसरे मामले में सरकार के करीबी कारोबारी अमित अग्रवाल को भी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया।
ईडी के जानकार सूत्रों का कहना है कि अवैध खनन मामले में पूछताछ से एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की अवैध कमाई की जानकारी मिली है। ईडी ने सीएम को समन जारी करने से पहले राज्य पुलिस और सीआरपीएफ को चिट्ठी लिख कर एजेंसी के रांची कार्यालय में अतिरिक्त सुरक्षा देने की मांग भी की है। इससे पहले राज्यपाल रमेश बैस ने पिछले दिनों रायपुर में एक कार्यक्रम में कहा कि झारखंड में एकाध एटम बम गिर सकता है? ध्यान रहे उनके पास मुख्यमंत्री की विधानसभा सदस्यता को लेकर चुनाव आयोग की एक रिपोर्ट लंबित है। राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने दोबारा राय देने के लिए फाइल चुनाव आयोग को भेजी है। उनके एटम बम वाले बयान के बाद अब जबकि ईडी ने मुख्यमंत्री को समन जारी किया है तो ऐसा लग रहा है कि जल्दी ही उनका भी फैसला आएगा। यानी केंद्रीय एजेंसी की आगे की बड़ी कार्रवाई और राज्यपाल का फैसला एक साथ आ सकता है।