नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस के गले की हड्डी साबित हो रहे हैं। उन्हें न तो निगलते बन रहा है और न उगलते। कांग्रेस ने उन्हें राज्य के सबसे बड़ी जाट सिख नेताओं में से एक कैप्टेन अमरिंदर सिंह के विकल्प के तौर पर आगे किया। इसलिए अभी कांग्रेस एक झटके में उनको न अध्यक्ष पद से हटा सकती है और न पार्टी से निकाल सकती है। दूसरी ओर कांग्रेस ने पंजाब में पहली बार दलित मुख्यमंत्री बना कर 33 फीसदी के करीब दलित वोट अपने साथ करने का दांव चला तो सिद्धू उस दांव को फेल करने में लग गए हैं। सिद्धू लगातार मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ हमलावर हैं। पहले तो उन्होंने चन्नी को अपने हिसाब से चलाने का प्रयास किया लेकिन जब चन्नी ने उनका हाथ झटक दिया तो नाराज होकर चन्नी को फेल करने में लग गए। Punjab congress political crisis
सिद्धू का क्या करेगी कांग्रेस?
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