पटियाला से कांग्रेस पार्टी की सांसद परनीत कौर ने ऐसा लग रहा है कि सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे वाले मुहावरे का मर्म समझ लिया है। तभी उन्होंने ऐसा उपाय किया है कि वे अपने पति कैप्टेन अमरिंदर सिंह और उनकी पार्टी का समर्थन भी करें, उनके साथ भी रहें और लोकसभा की सदस्यता भी खत्म न हो। अगर वे मोरल स्टैंड लेतीं तो अपने पति की पार्टी में शामिल होने के लिए उनको कांग्रेस छोड़नी पड़ती और साथ ही लोकसभा से भी इस्तीफा देना होता। लेकिन चूंकि वे और कैप्टेन अमरिंदर दोनों उपचुनाव में जीत को लेकर आश्वस्त नहीं हैं इसलिए उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया। अब वे पार्टी विरोधी गतिविधियां कर रही हैं ताकि कांग्रेस उनको निलंबित कर दे। Punjab politics Preneet Kaur
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अगर कांग्रेस उनको पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निलंबित करती है तो उनकी सदस्यता बची रह जाएगी। कांग्रेस ने उनको पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए नोटिस भी जारी किया है। उसके बाद भी वे पार्टी का विरोध जारी रखे हुए हैं। वे ‘हैशटैग कैप्टेन फॉर 2022’ के ऑनलाइन अभियान में शामिल हुई हैं। वे इसके लिए लोगों से अपील कर रही हैं। आने वाले दिनों में वे और खुल कर कैप्टेन की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस के साथ काम करेंगी ताकि कांग्रेस कार्रवाई करे और उनको पार्टी से निकाले। उनको पता है कि तीन महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव में कैप्टेन की मदद करना ज्यादा जरूरी है उस समय अगर उनको उपचुनाव लड़ना पड़ा तो बड़ी मुश्किल हो जाएगी। कांग्रेस भी उनके इस दांव को समझ रही है इसलिए कार्रवाई नहीं कर रही है।
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