कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर अपनी पार्टी के कुछ नेताओं और कुछ खास पत्रकारों को अनफॉलो किया तो पार्टी की ओर से सफाई दी गई कि राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल का रिफ्रेशमेंट चल रहा है और वे जल्दी ही नई रणनीति के साथ लौटेंगे। हालांकि वे ट्विटर से कहीं गए नहीं फिर लौटने की बात कहां से हुई यह समझ में नहीं आया। पार्टी की ओर से यह भी कहा गया कि रिफ्रेशमेंट के बाद जब नई रणनीति से राहुल लौटेंगे तो हो सकता है कि उन लोगों को भी फॉलो करें, जिनको अभी अनफॉलो किया है। उन्होंने पिछले हफ्ते मंगलवार को इन नेताओं, पत्रकारों को अनफॉलो किया था और अब एक हफ्ता होने जा रहा है। लेकिन उन्हें फिर से फॉलो करने का कोई संकेत अभी तक नहीं मिला है।
तभी यह सवाल उठाया जा रहा है कि आखिर राहुल की टीम के ऐसे लोग, जो परदे के पीछे काम कर रहे हैं उनको अनफॉलो करने का क्या मतलब है? उनको अनफॉलो करना था कि ऐसे नेताओं को करते, जिन्होंने पार्टी का भट्ठा बैठाया है या पार्टी में विवाद का कारण बने हैं, बेचारे अलंकार सवाई, बायजू या कौशल विद्यार्थी का क्या कसूर है! राहुल अभी 252 लोगों को फॉलो कर रहे हैं। इनमें बिहार में भट्ठा बैठाने वाले शक्ति सिंह गोहिल से लेकर राजस्थान के सचिन पायलट, पंजाब के प्रताप सिंह बाजवा, मुंबई के मिलिंद देवड़ा तक सब शामिल हैं। अगर अकाउंट की सफाई करनी है तो ऐसे लोगों को हटाना चाहिए, जिनसे कोई राजनीतिक मैसेज जाए। हालांकि एक चर्चा यह भी है कि पार्टी में नए बनाम पुराने के विवाद में कुछ लोगों को अनफॉलो किया गया है।