
Rajya sabha Monsoon Session : संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने से पहले केंद्र सरकार राज्यसभा की स्थिति को लेकर चिंता में है। सरकार को लग रहा है कि उच्च सदन में सरकार की नीतियों को लेकर ज्यादा सवाल उठेंगे और सरकार के लिए उसे संभालना मुश्किल होगा। इसका कारण यह है कि राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत नहीं है और विपक्ष के पास अच्छे नेता हैं। विपक्ष के लगभग सारे अच्छे और बडे नेता राज्यसभा में हैं। दूसरे, सरकार को सबसे ज्यादा इस बात की चिंता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा इस बार सत्र में छाया रह सकता है। राफेल लडाकू विमान की खरीद के साथ साथ चीन के साथ लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद को लेकर सरकार चिंता में है।
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तभी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दो पूर्व रक्षा मंत्रियों से मुलाकात की और उनको सीमा पर चीन के साथ चल रहे गतिरोध के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कांग्रेस के एके एंटनी और एनसीपी के शरद पवार से मुलाकात कर उन्हें जानकारी दी। ध्यान रहे ये दोनों राज्यसभा में ही नेता हैं। इसी तरह राज्यसभा में सदन के नए नेता पीयूष गोयल ने भी शरद पवार और मनमोहन सिंह से मुलाकात की। मनमोहन सिंह भी राज्यसभा में ही हैं।
Rajya sabha Monsoon Session शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी सरकार में शामिल नए मंत्रियों से कहा कि वे जब लोकसभा की ड्यूटी में न हों तो राज्यसभा में जाकर बैठें और वहां होने वाली बहसों को सुनें। जाहिर है कि सरकार और भाजपा दोनों ने राज्यसभा को गंभीरता से लेने की जरूरत दिखाई। लोकसभा में वैसे भी विपक्ष के पास ज्यादा सांसद नहीं हैं और विपक्ष की पार्टियों के बीच तालमेल भी नहीं है। इसके मुकाबले राज्यसभा में बेहतर तालमेल है।