चुनाव आयोग ने राज्यसभा की 18 सीटों के लिए चुनाव की घोषणा कर दी है। 19 जून को राज्यसभा की उन 18 सीटों पर चुनाव होगा, जिन पर लॉकडाउन लागू होने के वजह से 26 मार्च को चुनाव नहीं हो सका था। इनमें आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, झारखंड और पूर्वोत्तर के दो राज्यों की सीटें हैं, जिन पर खाली हुई सीटों से ज्यादा संख्या में उम्मीदवार होने से चुनाव की नौबत आई थी। बाकी करीब एक दर्जन राज्यों की 37 सीटों पर निर्विरोध चुनाव हो गया था। जिन राज्यों में 19 जून को चुनाव होना है उनमें दिलचस्पी वाला चुनाव सिर्फ गुजरात का है। गुजरात में भाजपा ने तीन सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है और इसी वजह से चुनाव दिलचस्प हो गया है।
दूसरे गुजरात में पिछला चुनाव बहुत कांटे का हुआ था, जब कांग्रेस के अहमद पटेल जीते थे। इस बार भी कुछ उसी तरह के चुनाव की स्थिति गुजरात में बन रही है। जिस तरह राज्यसभा के पिछले चुनाव से पहले सियासी ड्रामा हुआ था और कांग्रेस के विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद अहमद पटेल ने कांग्रेस के विधायकों को कर्नाटक भेजा था। उसी तरह इस बार भी चुनाव से पहले कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दिया और भाजपा ने एक अतिरिक्त उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस के पूर्व नेता नरहरि अमीन को उतार दिया। कांग्रेस ने शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है। पुराने समीकरण के हिसाब से कांग्रेस और भाजपा को दो-दो सीटें मिलनी थीं पर कांग्रेस के पांच विधायकों के इस्तीफे से गणित बदल गई है। हालांकि इसके बावजूद भाजपा तीसरी सीट जीतने को लेकर बहुत भरोसे में नहीं दिख रही है।