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किसान इमरजेंसी का विरोध क्यों कर रहे हैं?

ByNI Political,
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किसान इमरजेंसी का विरोध क्यों कर रहे हैं?
केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में करीब सात महीने से आंदोलन कर रहे किसान 26 जून को इमरजेंसी की बरसी के मौके पर देश भर में विरोध प्रदर्शन करेंगे। कांग्रेस पार्टी के नेता इससे परेशान हुए हैं। उनको लग रहा है कि उन्होंने किसानों के आंदोलन का समर्थन किया और अब किसान कांग्रेस को ही शर्मिंदा करने का काम कर रहे हैं। सवाल है कि किसान क्यों ऐसा कर रहे हैं? क्या संयुक्त किसान मोर्चा में राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी और योगेंद्र यादव के बीच सब कुछ ठीक नहीं है और उनके आपसी विवाद की वजह से ऐसा हो रहा है? या केंद्र सरकार किसानों से बातचीत की पहल करने जा रही है और सरकार के साथ किसी किस्म की सहमति बनी है, जिसके बाद किसान कांग्रेस को शर्मिंदा करने वाला काम कर रहे हैं?

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देर-सबेर इसका पता चल जाएगा कि किसान क्यों ऐसा कर रहे हैं लेकिन बड़ा सवाल यह है कि अगर किसानों की मंशा कांग्रेस को शर्मिंदा करने की है तो उन्होंने जून के पहले हफ्ते में ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर प्रदर्शन क्यों नहीं किया? ध्यान रहे आंदोलन कर रहे किसानों में ज्यादातर पंजाब और हरियाणा के सिख या जाट सिख किसान हैं। अगर वे ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर चार-पांच जून को प्रदर्शन करते तो कांग्रेस को न सिर्फ शर्मिंदा होना होता, बल्कि पंजाब के चुनाव में भी कांग्रेस को नुकसान होता। लेकिन किसानों ने ऐसा नहीं किया। वे उस मौके पर चुप रहे और इमरजेंसी की बरसी के मौके पर प्रदर्शन कर रहे हैं। यह प्रदर्शन पंजाब सरकार की बजाय कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के लिए शर्मिंदगी का कारण है। सो, कहीं ऐसा तो नहीं है कि नवजोत सिंह सिद्धू की वजह से दबाव में आए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने पार्टी आलाकमान को सबक सिखाने की साजिश रची है?
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