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सिद्धरमैया और शिवकुमार का शक्ति प्रदर्शन

ByNI Political,
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सिद्धरमैया और शिवकुमार का शक्ति प्रदर्शन
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक में अपने दोनों शीर्ष नेताओं- सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार में सुलह कराई थी। पिछले दिनों भी उन्होंने कर्नाटक के सभी नेताओं को दिल्ली बुलाया था और साथ बैठा कर मीटिंग की थी। उन्होंने एकजुट होकर चुनाव लड़ने की नसीहत दी थी। इसके बावजूद विधायक दल के नेता सिद्धरमैया और प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार का झगड़ा सुलझ नहीं रहा है। एक तरफ सिद्धरमैया अड़े हैं कि अगला चुनाव उनके जीवन का आखिरी चुनाव है और पार्टी उनके नाम व चेहरे पर लड़े। दूसरी ओर शिवकुमार चाहते हैं कि पार्टी उनको सीएम का दावेदार बना कर लड़े या फिर सामूहिक नेतृत्व में लड़े। चूंकि अभी पूरी पार्टी शिवकुमार चला रहे हैं इसलिए आलाकमान उनकी अनदेखी नहीं कर सकता है। इस बीच दोनों नेताओं ने शक्ति परीक्षण की तैयारी की है। तीन अगस्त को सिद्धरमैया का 75वां जन्मदिन है और उस दिन उनके समर्थक ‘सिद्धरमैया उत्सव’ मना रहे हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा कि दिग्गज नेता बीएस येदियुरप्पा भी उसमें शामिल होंगे। इससे भाजपा के नेता अलग परेशान हुए हैं। सिद्धरमैया के इस कार्यक्रम के बरक्स 15 अगस्त से शिवकुमार ने तिरंगा यात्रा निकालने का ऐलान किया है। वे पूरे प्रदेश में तिरंगा यात्रा करेंगे, जिसमें उनका दावा है कि 10 लाख लोग शामिल होंगे। दोनों नेताओं के इस शक्ति परीक्षण से पार्टी दो खेमों में बंटी है। इस बीच प्रदेश कांग्रेस के कद्दावर दलित नेता केएच मुनियप्पा के नाराज होने की खबर है क्योंकि उनके विरोधियों को सिद्धरमैया खेमा कांग्रेस में शामिल करा रहा है। कहा जा रहा है कि वे मुनियप्पा जेडीएस में जा सकते हैं। एक तरफ शिवकुमार अकेले वोक्कालिगा वोट का क्षत्रप बन कर जेडीएस को कमजोर करने में लगे हैं तो दूसरी ओर सिद्धरमैया किसी तरह से जेडीएस को ताकत देने में लगे हैं।
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