विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात में जो प्रयोग हुआ था वह दूसरे राज्यों में भी लागू हो सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक में पार्टी के नेताओं से इस बारे में बात कही। गुजरात में भाजपा को मिली विशाल जीत के लिए प्रधानमंत्री का स्वागत किया गया और इस मौके पर उन्होंने कहा कि जिस तरह से गुजरात में चुनाव जीतने की रणनीति अपनाई गई थी वैसी ही दूसरे राज्यों में भी अपनाई जाए। चुनाव प्रचार, बड़ी परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास या जातीय-सामाजिक संतुलन साधने या जमीनी स्तर पर कामकाज आदि तो ठीक है लेकिन पूरी सरकार बदलने का प्रयोग कहां हो सकता है? अभी तो हरियाणा को छोड़ कर कोई राज्य ऐसा नहीं दिख रहा है, जहां गुजरात का प्रयोग दोहराया जाए!
भाजपा के जानकार सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश में गुजरात का प्रयोग नहीं होगा। अब वहां एक साल से कम समय रह गया है और अब शिवराज सिंह चौहान को हटाना भाजपा के लिए ठीक नहीं होगा। वैसे भी उनके खिलाफ कोई बहुत नाराजगी नहीं दिख रही है और न उनकी जगह लेने के लिए कोई नेता दिख रहा है। इसी तरह कर्नाटक में पहले ही बदलाव की संभावना से इनकार कर दिया गया था। वहां अब पांच महीने में चुनाव होने वाले हैं। त्रिपुरा में हाल ही में सीएम बदला गया है, जहां फरवरी में चुनाव होगा। महाराष्ट्र में अभी हाल ही में भाजपा की सहयोगी पार्टी की सरकार बनी है। सो, ले-देकर हरियाणा एकमात्र राज्य है, जहां भाजपा का सीएम है और दो साल के अंदर चुनाव होने वाले हैं। इसके अलावा 2026 तक विपक्ष के शासन वाले राज्यों में ही चुनाव होना है।