देश की बाकी पार्टियां अपने आंतरिक सर्वेक्षण का इस्तेमाल अपने चुनावी और संगठनात्मक फैसलों के लिए करती हैं। इसके अलावा मीडिया समूह और सर्वे एजेंसियों के सर्वेक्षण होते हैं, जिनसे पार्टियों और नेताओं की लोकप्रियता का पता चलता है। इनसे अलग आम आदमी पार्टी का सर्वेक्षण का अपना एक मॉडल है। वह खुद सर्वे कराती है और उसे अपने राजनीतिक मकसद के लिए घोषित करती है। जैसे अभी आप ने फिर एक सर्वे की घोषणा की है। पार्टी की कालकाजी की विधायक आतिशी ने इसकी घोषणा की। यह सर्वे पूरे देश में होगा, जिसमें पार्टी के बारे में लोगों की राय पूछी जाएगी। इसके साथ साथ भाजपा के बारे में भी राय जानी जाएगी। इसके जरिए आम आदमी पार्टी का मकसद अपने को भाजपा से बेहतर बताने का है, जो इस सर्वेक्षण से जाहिर होगा।
सर्वेक्षण शुरू होते ही सबको इसके नतीजे पता हैं। सबको पता है कि इस कथित सर्वेक्षण के बाद आप की ओर से ऐलान किया जाएगा कि देश के लोगों को भाजपा की बजाय आप पसंद है और भाजपा की सरकारों की बजाय आप की सरकारों का मॉडल ज्यादा बेहतर है। इससे पहले भी आम आदमी पार्टी अनगिनत सर्वेक्षण करा चुकी है, जिसमें हर बार उसकी जीत होती है। हर सर्वेक्षण के बाद पार्टी नेतृत्व के मनमाफिक नतीजे आते हैं। बताया जा रहा है कि यह अखिल भारतीय राजनीति के लिए पार्टी की पोजिशनिंग की शुरुआत है। असल में देश भर में हो रहे सांप्रदायिक दंगों और नफरत फैलाने वाले भाषणों के बीच अरविंद केजरीवाल की चुप्पी को लेकर सवाल उठे हैं। उससे ध्यान भटकाने के लिए इस सर्वेक्षण की घोषणा हुई है।
Tags :Aam Aadmi Party