तमिलनाडु में दिवंगत जयललिता की सहेली वीके शशिकला के डर से अन्ना डीएमके में उथलपुथल मची है। उनको रोकने के लिए पार्टी का संविधान बदला गया है। ऐसे प्रावधान किए गए हैं कि वे किसी तरह से पार्टी में शामिल नहीं हो सकें। इसके अलावा एक दिसंबर को पार्टी के संविधान में बदलाव करके शीर्ष नेतृत्व को नए तरीके से परिभाषित किया गया, जिसमें दो नेताओं को शीर्ष नेतृत्व माना गया। पहले पार्टी का महासचिव शीर्ष नेतृत्व होता था और वह एक ही व्यक्ति होता था। लेकिन अब दो लोग मिल कर शीर्ष नेतृत्व कहे जाएंगे। TamilNadu Politics VK Sasikala
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संविधान में किए गए बदलाव के मुताबिक पार्टी के महासचिव की वजह समन्वयक और संयुक्त समन्वय का पद बनाया गया। साथ ही यह तय किया गया कि इन दोनों पदों पर चुनाव होगा। चुनाव के जरिए पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम को समन्वयक और दूसरे पूर्व मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी को संयुक्त समन्वय बनाया गया है। ये दोनों मिल कर पार्टी का शीर्ष नेतृत्व माने जाएंगे। जानकार सूत्रों के मुताबिक सरकार से बाहर होने के बाद दोनों में कई मुद्दों पर मतभेद हैं और दोनों की महत्वाकांक्षा का टकराव भी है लेकिन शशिकला को रोकने के लिए दोनों साथ बने हुए हैं। इनको पता है कि शशिकला पार्टी में शामिल हुईं तो फिर पार्टी उनके कब्जे में होगी ये दोनों उनके चरणों में होंगे, जैसे पहले होते थे। भाजपा के इन दोनों से भी अच्छे संबंध हैं और शशिकला से भी। इसलिए वह अभी चुपचाप तमाशा देख रही है।