बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए की दोनों पार्टियों भाजपा और जदयू के बीच सब कुछ ठीक नहीं होने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहार की राजनीति छोड़ कर दिल्ली जाने की अटकलों के बीच भाजपा संगठन में बदलाव की तैयारी हो रही है। पार्टी का मौजूदा संगठन ठीक से काम नहीं कर रहा है। राज्य में हाल में हुए विधान परिषद की 24 सीटों के चुनाव में एनडीए का प्रदर्शन बहुत खराब रहा। भाजपा अपनी कई जीती हुई सीटों पर हारी, जिसका कारण आपसी गुटबाजी है। उसके बाद बोचहां सीट पर उपचुनाव में भी भाजपा बुरी तरह से हारी। उसके बाद से प्रदेश संगठन में बदलाव की मांग तेज हो गई है। BJP organization in Bihar
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जानकार सूत्रों के मुताबिक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल को बदला जा सकता है। बताया जा रहा है कि भाजपा किसी सवर्ण को प्रदेश अध्यक्ष बनाएगी। विधान परिषद और बोचहां की हार के बाद हुई समीक्षा का लब्बोलुआब यह है कि पार्टी बहुत ज्यादा पिछड़ा केंद्रित हो गई है, जिससे कोर मतदाता यानी सवर्ण नाराज हैं। ध्यान रहे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और दोनों उप मुख्यमंत्री पिछड़ी जाति से आते हैं। केंद्र में सबसे अहम मंत्रालय में नित्यानंद राय बैठे हैं वे भी पिछड़ी जाति के हैं और प्रभारी भी पिछड़ी जाति के हैं। तभी कहा जा रहा है कि अब किसी अगड़ी जाति के नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा। भाजपा के जानकार सूत्रों के मुताबिक जल्दी ही बदलाव हो सकता है।