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ये तो हद है: दिल्ली सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों ने बना लिए 25 पक्के मकान, 2000 और निर्माण की है तैयारी

ByNI Desk,
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ये तो हद है: दिल्ली सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों ने बना लिए 25 पक्के मकान, 2000 और निर्माण की है तैयारी
New Delhi: 100 दिनों से ज्यादा लागातार चल रहे किसान आंदोलन के बाद भी अब तक कोई निर्णय नहीं हो सका है. सरकार और किसानों के बीच बन रही असहमति के कारण स्थिति और भी ज्यादा खराब होती जा रही है. 26 जनवरी को भी  लालकिले (REDFORT) में जो हुआ वो देश के लिए एक काला दिन ही था. लेकिन इस  बीच कुछ ऐसी खबरें भी आयी हैं जो हैरान करने वाली हैं. किसान प्रदर्शनकारियों ने  सोनीपत के  जीटी रोड पर पक्का निर्माण कर लिया है. इसके साथ ही टीकरी बॉर्डर पर भी कुछ ऐसा ही नजारा सामने आ रहा है. यहां पर किसानों ने रहगुजारी के के लिए कच्चे नहीं पक्के घरों का निर्माण कर लिया है. इतना ही नहीं सीमा से सटे कई और इलाके भी हैं जहां अभी निर्माण कार्य प्रगति पर है. कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का धरना आज भी सिंघु, टीकरी, शाहजहांपर और गाजीपुर बॉर्डर (Tikri, Shahjahanpur and Ghazipur border) पर अ़ड़े हैं. हालांकि किसानों की संख्या में कुछ कमी जरूर आयी है.

2000 और मकान बनाए जाने की तैयारी

किसानों द्वारा बनाए जा रहे इन मकानों के बारे में पूछने पर किसान सोशल आर्मी से जुड़े अनिल मलिक (ANIL MALIK) ने बताया कि जी हां ये काम प्रगति पर है. उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा तैयार किये गये मकान किसानों के हौसलों की ही तरह पक्के और मजबूती हैं.  अनिल मलिक ने बताया कि अब तक टीकरी बॉर्डर पर 25 पक्के घर बना दिए गए हैं. इसके साथ ही फिलहाल 1000 से 2000 तक और इसी तरह के घर  बनाए जाने को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं. इसे भी पढ़ें- किसानों के समर्थन में भाजपा विधायक ने सदन में ही किया आत्महत्या का प्रयास जितना नुकसान होगा उसकी भरपाई करके जाएंगे - किसान नेता पंजाब की किसान नेता मनजीत राय  (MANJIT RAY) ने भी घरों के बनाए जाने की बात को स्वीकार किया है. उन्होंने कहा कि जत्थेबंदी यहां पर पक्का निर्माण करा रही है. उन्होंने सरकार को  चुनौती देते हुए कहा कि यदि किसी में सामर्थय हो तो इन निर्माणों को रोक के दिखाए. मनजीत ने तो ये तक कह दिया कि  नये कृषि कानूनों से  हमारा जितना नुकसान होगा उसकी भरपाई हम यहीं से करके जाएंगे. इसे भी पढ़ें-  निवेशकों के लिए ‘आत्मनिर्भर निवेशक मित्र पोर्टल’

पुलिस की भी नहीं सुन रहे हैं किसान

मकानों के बनाए जाने के विषय में जब  स्थानीय लोगों ने पुलिस के पास जाकर इसकी शिकायत की तो इससे भी कोई फर्क नहीं पड़ा. पुलिस के पहंचने पर एक बार तो प्रदर्शनकारी किसान कान रोक देते हैं लेकिन पुलिस के जाते ही निर्माण कार्य एक बार फिर से शुरु हो जाता है.  जीटी रोड पर चल रहे पक्के निर्माण को रुकवाने पहुंचे पुलिस अधिकारियों की बात को तो किसानों ने जैसे अनसुना कर दिया.इन मकानों के लिए चारों ओर से पक्के दिवारें तायार की जा रही है. इसे भी पढ़ें-  भाजपा कन्याकुमारी में ‘डोर टू डोर’ कैंपेन लॉन्च करेगी
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