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त्रिपुरा में भी भाजपा को तृणमूल की चिंता

ByNI Political,
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त्रिपुरा में भी भाजपा को तृणमूल की चिंता
भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की चिंता नहीं सता रही है, बल्कि त्रिपुरा में भी उसको ममता बनर्जी से खतरा दिख रहा है। बंगाल में बताया जा रहा है कि भाजपा को 25 विधायक ममता के संपर्क में हैं। पिछले दिनों विधायक दल के नेता शुभेंदु अधिकारी पार्टी विधायकों के साथ राज्यपाल जगदीप धनकड़ से मिलने गए तो उनके साथ 50 ही विधायक थे। पार्टी के 25 विधायक इस मीटिंग में शामिल नहीं हुए। उसके बाद से ही चर्चा शुरू हो गई कि ये विधायक तृणमूल में जाएंगे। उस मीटिंग के तुरंत बाद राज्यपाल की दिल्ली यात्रा को भी इससे ही जोड़ कर देखा जा रहा है। बहरहाल, इसी किस्म की चिंता भाजपा को त्रिपुरा में भी सता रही है। जब मुकुल रॉय तृणमूल कांग्रेस में थे तो उन्होंने कांग्रेस के छह विधायकों को टीएमसी में शामिल कराया था और जब वे भाजपा में गए तो इन सबको भाजपा में ले गए। अभी ये सारे भाजपा के विधायक हैं। इनमें एक बहुत तेजतर्रार नेता सुदीप रॉय बर्मन हैं, जो मुकुल रॉय के बहुत करीब हैं। सुदीप रॉय बर्मन पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के मुख्यमंत्री बिप्लब देब से नाराज विधायकों का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने नौ विधायकों के समर्थन के साथ दिल्ली की दौड़ भी लगाई थी। माना जा रहा है कि मुकुल रॉय एक बार फिर सुदीप रॉय बर्मन के संपर्क में हैं और प्रदेश में कुछ उलटफेर हो सकता है। ध्यान रहे राज्य की 60 सदस्यों की विधानसभा में भाजपा के 36 विधायक हैं। इसलिए इस समय सरकार को कोई खतरा नहीं है लेकिन दो साल बाद होने वाले चुनाव से पहले कुछ उलटफेर संभव है। तभी इस चिंता में भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष और पूर्वोत्तर के संगठन सचिव अजय जामवाल त्रिपुरा पहुंचे हैं। दोनों नेता बुधवार को त्रिपुरा पहुंचे और विधायकों से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि वे चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में गए हैं। लेकिन असली बात यह है कि पार्टी नेतृत्व को बगावत की चिंता है।
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