Uttar Pradesh BJP News | एक महीने के भीतर भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष लखनऊ के दौरे पर गए और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ व भाजपा की कोर कमेटी के साथ बैठक की। उनके साथ प्रदेश के प्रभारी राधामोहन सिंह भी थे। राधामोहन सिंह का 20 दिन में यह तीसरा दौरा था। दोनों नेताओं ने दो बार में कई दौर की वार्ता की। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली में वार्ता की। फिर योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली आकर पार्टी के सभी नेताओं से बातचीत की। अब सवाल है कि इतनी मुलाकातों में क्या बातें हो रही हैं? ऐसी कौन सी बात है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बार कह देने से नहीं सुलझ रही है? क्या योगी सचमुच इतने ताकतवर हो गए हैं कि वे मोदी की बात नहीं मान रहे हैं? या यह पार्टी के अंदर कोई नूराकुश्ती चल रही है?
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कोरोना वायरस के प्रबंधन में विफलता से ध्यान हटाने के लिए यह विवाद जान बूझकर खड़ा किया गया हो सकता है। भाजपा के एक केंद्रीय मंत्री ने अनौपचारिक बातचीत में इसका संकेत देते हुए कहा कि योगी और मोदी में कोई मतभेद नहीं है। हालांकि यह भी संभव है कि प्रधानमंत्री के करीबी कुछ नेताओं की ओर से फेस सेविंग के लिए यह प्रचार किया जा रहा हो। तभी इस बात की भी खूब प्रचार हो रहा है कि प्रधानमंत्री के करीबी पूर्व आईएएस एके शर्मा ने चिट्ठी लिख कर कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चेहरे पर चुनाव लड़ा जाना चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि चुनाव जीतने के लिए प्रधानमंत्री का नाम ही काफी है। यानी यह संकेत दिया है कि प्रधानमंत्री के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो इसका बड़ा राजनीतिक असर होगा। Uttar Pradesh BJP News.