राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के नेतृत्व में दिल्ली में तीन दिन तक चली शीर्ष 10 पदाधिकारियों की बैठक में एक अहम फैसला होने की खबर है। बताया जा रहा है कि संघ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा और उनकी साख बचाने के प्रयासों के तहत उनके चेहरे पर राज्यों का चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। खास कर उन राज्यों का चुनाव, जहां मजबूत प्रादेशिक क्षत्रप हैं। आरएसएस के लग रह है कि प्रादेशिक क्षत्रपों के साथ मोदी का टकराव बढ़ाने से मोदी की छवि पर असर हो रहा है।
मोदी का चेहरा बचाना या कुछ और बात?
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