उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नाम की घोषणा भाजपा की पहली सूची में हो गई। योगी गोरखपुर से और मौर्य सिराथु से चुनाव लड़ेंगे। लेकिन दूसरे उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के नाम की घोषणा नहीं की गई। दिनेश शर्मा भी योगी और मौर्य की तरह विधान परिषद के सदस्य हैं। सो, कायदे से उनके नाम की भी घोषणा उनके साथ ही होनी चाहिए थी। लेकिन उनका नाम रोक कर रखा गया है। सो, अब अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या परिषद में ही रहेंगे या पार्टी ने उनके लिए कुछ और सोचा है। अगर लड़ेंगे तो कहां से लड़ेंगे यह सबसे अहम सवाल है क्योंकि उनकी कोई पारंपरिक सीट नहीं रही है। Up election Dinesh Sharma
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तभी कहा जा रहा है कि पार्टी उनको लखनऊ कैंट की सबसे सुरक्षित सीट से लड़ा सकती है। इस सीट से रीता बहुगुणा जोशी अभी विधायक हैं। वे अपने बेटे मयंक जोशी के लिए टिकट मांग रही हैं। इस सीट पर टिकट की घोषणा रूकी हुई है, जिसका एक कारण यह था कि पार्टी को मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव के सपा में शामिल होने की उम्मीद कर रही थी। अगर अपर्णा भाजपा में शामिल होतीं तो लखनऊ कैंट सीट से लड़तीं। अब वे सपा में ही रहेंगी इसलिए भाजपा को नया उम्मीदवार देखना है। नए उम्मीदवार के रूप में रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी के साथ साथ दिनेश शर्मा और राज्य के जल संसाधन मंत्री महेंद्र सिंह के नाम की चर्चा है। यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा मयंक जोशी को प्रयागराज की सीट से लड़ा सकती है। अगर ऐसा होता है तो दिनेश शर्मा के लखनऊ कैंट सीट से लड़ने की संभावना बढ़ जाएगी।
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