CM Yogi Cabinet Expansion उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा मार्च-अप्रैल से चल रही है। कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने से पहले ही जब योगी आदित्यनाथ की सरकार के चार साल पूरे हुए थे तभी कहा जा रहा था कि अब आखिरी बार मंत्रिमंडल में विस्तार होगा और अगले साल होने वाले चुनावों के लिहाज से नए चेहरे सरकार में लाए जाएंगे ताकि जातीय संतुलन बनाया जाए। इसके बाद जब विधान परिषद की चार सीटों के चुनाव नजदीक आए और दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी आईएएस अधिकारी अरविंद शर्मा को वीआरएस दिला कर लखनऊ भेजा गया तब चर्चा चली कि मंत्रिमंडल का जल्दी ही विस्तार होगा और अरविंद शर्मा मंत्री बनेंगे।
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लेकिन विस्तार नहीं हुआ और अरविंद शर्मा पार्टी के प्रदेश संगठन में उपाध्यक्ष बना दिए गए। उसके बाद मुख्यमंत्री और केंद्रीय नेतृत्व के टकराव की खबरें आईं और फिर सुलह का हल्ला मचा। उसके बाद कहा गया कि केंद्र में बदलाव होने के बाद उत्तर प्रदेश में बदलाव होगा। अब केंद्र में बदलाव हुए एक महीना होने जा रहा है। सात जुलाई को प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार में बड़ा बदलाव किया। लेकिन अब भी उत्तर प्रदेश सरकार में बदलाव की कोई सुगबुगाहट नहीं है। विधानसभा चुनाव में आठ महीने से कम समय रह गया है। तभी सवाल है कि सरकार में फेरबदल होगी भी या नहीं? क्योंकि चुनाव के चार-छह महीने पहले किसी को मंत्री बनाने से कोई मजबूत मैसेजिंग नहीं होती है। बहरहाल, अब जानकार लोग इस महीने सरकार में बदलाव की अटकलें लगा रहे हैं।
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यूपी में विस्तार होगा या नहीं?
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