भारतीय जनता पार्टी दावा कर रही है कि उसने इस बार कांग्रेस के दोनों बड़े नेताओं को घेर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और प्रदे अध्यक्ष डीके शिवकुमार के खिलाफ इतने मजबूत उम्मीदवार उतारे हैं कि इस बार उनके लिए जीतना मुश्किल होगा। लेकिन असल में भाजपा के ही नेता मान रहे हैं कि पार्टी ने कांग्रेस के दोनों दिग्गजों को वाकओवर दे दिया है। यह भी कहा जा रहा है कि दोनों नेताओं के खिलाफ लड़ने के लिए मजबूत उम्मीदवार नहीं मिल रहे थे इसलिए पार्टी के दो दिग्गजों को टिकट दिया गया और साथ ही दोनों को दो अलग सीटें भी दी गईं। यानी भाजपा के जो नेता सिद्धरमैया और शिवकुमार को चुनौती दे रहे हैं वे दोनों दो-दो सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। इससे अपने आप कांग्रेस के खिलाफ उनकी स्थिति कमजोर हुई है।
भाजपा ने सिद्धरमैया की वरुणा सीट से पार्टी के दिग्गज नेता वी सोमन्ना को उम्मीदवार बनाया है लेकिन साथ ही सोमन्ना को पार्टी ने चामराजनगर सीट से भी उम्मीदवार बनाया है, वे गोविंदराज नगर से विधायक हैं और इससे पहले विधान परिषद के सदस्य थे। इसी तरह डीके शिवकुमार को उनकी पारंपरिक कनकपुरा सीट पर चुनौती देने के लिए भाजपा ने अपने दूसरे दिग्गज नेता आर अशोक को उतारा है और साथ ही अशोक को पद्मनाभनगर सीट से भी उम्मीदवार बनाया है। वे इस सीट से छह बार से चुनाव जीत रहे हैं। पहले इस सीट का नाम उत्तरहल्ली था और बाद में पद्मनाभनगर हुआ। सोमन्ना और अशोक को दो-दो सीटों से उतारने से यह मैसेज गया कि पार्टी कांग्रेस दिग्गजों के खिलाफ उनकी जीत को लेकर आश्वस्त नहीं है इसलिए उनको दूसरी सीट भी दी गई है।