नवजोत सिंह सिद्धू समय से पहले जेल से रिहा हो सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट से मिली एक साल की उनकी सजा मार्च में पूरी होगी लेकिन कहा जा रहा है कि उनको 26 जनवरी को रिहा किया जा सकता है। जेल प्रशासन की ओर से उनके अच्छे आचरण की एक रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजे जाने की खबर है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि जेल प्रशासन ने खुद से यह रिपोर्ट नहीं तैयार की होगी। राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार है और उसके कहने पर ही रिपोर्ट तैयार की गई होगी। राज्य सरकार को ही अधिकार है कि वह सजा पूरी होने से पहले किसी को रिहा करे। सो, अगर गणतंत्र दिवस के मौके पर सिद्धू एक साल की बजाय 10 महीने में ही रिहा होते हैं तो इसका श्रेय आम आदमी पार्टी को जाएगा और फिर सिद्धू का राजनीति भी उस दिशा में बढ़ सकती है।
ध्यान रहे राज्य में जब आप की सरकार बनी और भगवंत मान मुख्यमंत्री बने तो नवजोत सिंह सिद्धू ने उनकी जम कर तारीफ की थी। तब वे प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष थे। उन्होंने आम आदमी पार्टी की जीत की भी तारीफ की थी। दूसरी ओर कांग्रेस के अंदर उनका विरोध बढ़ रहा था। वे खुद भी विधानसभा का चुनाव हार गए थे। तभी यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि वे आम आदमी पार्टी के साथ जा सकते हैं। लेकिन उसी समय उनको सजा हो गई और वे जेल चले गए। अब जब उनके छूटने की बात हो रही है तो प्रदेश कांग्रेस के नेता फिर उनके खिलाफ सक्रिय हो गए हैं। उप मुख्यमंत्री रहे सुखजिंदर रंधावा ने सिद्धू को पार्टी में जिम्मेदारी दिए जाने के सवाल पर कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस का भट्ठा बैठ गया था। यानी अध्यक्ष बनते ही सिद्धू ने भट्ठा बैठा दिया था। इससे भी ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस में उनको ज्यादा महत्व नहीं मिलेगा और तब वे आप के साथ जा सकते हैं।