Bhupendra Yadav BJP : यह यक्ष प्रश्न है कि भारतीय जनता पार्टी में भूपेंद्र यादव की जगह कौन लेगा? पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अब किसे वह जिम्मेदारी सौंपेंगे, जो भूपेंद्र यादव निभा रहे थे! Bhupendra Yadav BJP का विकल्प खोजने का मामला इतना भर नहीं है कि उनकी जगह महासचिव कौन बनेगा और क्या जो नया महासचिव बनेगा वहीं बिहार का प्रभारी भी होगा! उनका मामला इससे कहीं आगे का है। वे भाजपा के अंदर ट्रबल शूटर का काम करते थे। अमित शाह ने उन पर भरोसा किया तो जेपी नड्डा ने भी करीब डेढ़ साल तक उनको ढेर सारी जिम्मेदारी देकर रखी। संगठन को मजबूत करने के लेकर विधानसभा और यहां तक स्थानीय निकाय चुनावों तक में उनका इस्तेमाल किया गया। इसलिए उनका विकल्प खोजना बड़ी बात है और यह काम भाजपा के लिए आसान नहीं होगा।
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एक और अहम बात यह है कि बतौर राज्यसभा सांसद वे जो भूमिका निभा रहे थे उसके लिए भी पार्टी को नया चेहरा खोजना होगा। वे सभी अहम मुद्दों पर उच्च सदन में भाजपा के मुख्य वक्त होते थे। संसद की कई समितियों का काम उनके जिम्मे था और विधायी मसलों पर वे मुख्य जिम्मेदारी निभाते थे। मंत्री होने के बाद इन कामों में उनकी भूमिका सीमित हो जाएगी। सो, भाजपा को ऐसा नेता खोजना है, जो संसद के बाहर और भीतर पार्टी के लिए संकटमोचक का काम कर सके। भाजपा के नेताओं से पूछने पर उनका एक स्टैंडर्ड जवाब होता है कि पार्टी के पास नेताओं की कमी नहीं है। लेकिन वे किसी एक नेता का नाम नहीं बता पाते हैं, जो उनकी जगह लेने के सर्वथा उपयुक्त हो।
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याद करें पिछले पांच साल में किस महासचिव को इतनी तरजीह और इतनी जिम्मेदारी मिली? पार्टी में उनके साथ बने बाकी महासचिव कहां चले गए? राम माधव, मुरलीधर राव, अनिल जैन, सरोज पांडेय सब उनके साथ महासचिव बने थे लेकिन कोई आज मुख्यधारा की राजनीति में नहीं दिख रहा है। पार्टी में यह आम धारणा है कि उनको किसी बड़ी भूमिका के लिए तैयार किया जा रहा है। इसलिए उनकी जगह लेने वाले नेता की तलाश करना पार्टी नेतृत्व के लिए आसान नहीं होगा।