रियल पालिटिक्स

स्वामी की सलाह क्यों नहीं मानती भाजपा?

ByNI Political,
Share
स्वामी की सलाह क्यों नहीं मानती भाजपा?
ऐसा लग रहा है कि भारतीय जनता पार्टी अपने सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी के सुझावों पर ध्यान नहीं दे रही है। वे पिछले कुछ दिनों से अर्थव्यवस्था से लेकर चीन के प्रति नीति और कोरोना वायरस से लड़ने तक की रणनीति पर अपनी पार्टी को सुझाव दे रहे हैं पर कोई उनके सुझाव नहीं सुन रहा है। कुछ समय पहले उन्होंने अपनी पार्टी को सुझाव दिया था कि कोरोना वायरस से लड़ने की कमान प्रधानमंत्री कार्यालय अपने हाथ में नहीं रखे। उन्होंने कहा था कि नितिन गडकरी को इसका जिम्मा दिया जाए वे बेहतर ढंग से कोरोना से निपट सकते हैं। पार्टी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। तभी पिछले दिनों जब सुप्रीम कोर्ट ने 12 सदस्यों की टास्क फोर्स बनाई तो स्वामी ने कहा कि उनकी बात मानी गई होती तो यह नौबत नहीं आती। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के कदम को केंद्र सरकार की ऑथोरिटी पर बड़ा सवाल बताया। बहरहाल, यह सलाह नहीं माने जाने के बाद भी उन्होंने पार्टी को सलाह देना बंद नहीं किया है। उन्होंने नई सलाह यह दी है कि दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर स्थित पार्टी के नए पांच सितारा कार्यालय को कोविड सेंटर बना दिया जाए। उन्होंने कहा है कि एक फ्लोर रख कर पार्टी बाकी फ्लोर पर कोविड-19 के मरीजों के इलाज की व्यवस्था करे। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के पास अशोक रोड स्थित पुराना कार्यालय भी है। अगर नए कार्यालय में कोई समस्या आएगी तो पार्टी वहां से भी काम कर सकती है। लेकिन लगता नहीं है कि पार्टी में कोई उनकी इस सलाह को भी गंभीरता से ले रहा है।
Published

और पढ़ें