
कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नजदीक आ रहा है। उदयपुर के नव संकल्प शिविर में तय हुआ था कि अगस्त तक कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव हो जाएगा। इसके लिए प्रदेशों में चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। यह भी कहा जा रहा है कि राहुल गांधी एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष बन जाएंगे। लेकिन कांग्रेस के जानकार सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी अब भी हिचक रहे हैं और अध्यक्ष बनने को तैयार नहीं हैं। हालांकि यह कोई बहुत बड़ी बात नहीं थी कि राहुल अध्यक्ष नहीं बन रहे हैं तो किसी दूसरे आदमी को जिम्मेदारी सौंपी जाए। कई स्वतंत्र राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि कांग्रेस को एक जेपी नड्डा की जरूरत है।
यानी जिस तरह से भाजपा में सुप्रीम कमांड नरेंद्र मोदी और अमित शाह की है लेकिन पार्टी अध्यक्ष के रूप में नड्डा को रखा गया है उसी तरह कांग्रेस में सोनिया गांधी का परिवार कमान अपने हाथ में रखे और किसी दूसरे नेता को अध्यक्ष बना दे। लेकिन पता नहीं है क्यों कांग्रेस के नेता ही इसके लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। वे चाहते हैं कि अध्यक्ष सोनिया गांधी के परिवार का कोई सदस्य ही बने। तभी ऐसा लग रहा है कि अगर राहुल गांधी तैयार नहीं होते हैं तो अंत में कांग्रेस अध्यक्ष का पद प्रियंका गांधी वाड्रा के पास जा सकता है। वे पार्टी की महासचिव हैं और तीन साल से ज्यादा समय से कांग्रेस की सक्रिय राजनीति कर रही हैं। राहुल के मुकाबले वे पार्टी नेताओं से ज्यादा सहज रूप से मिलती-जुलती हैं और उनका टेंपरामेंट 24 घंटे राजनीति करने वाला है। हालांकि पंजाब से लेकर उत्तर प्रदेश तक अभी तक की राजनीति में वे बुरी तरह से फेल हुई हैं लेकिन कांग्रेस नेताओं को उनमें संभावना दिख रही है।