Indian team for Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम इंडिया की घोषणा की अंतिम तारीख 12 जनवरी तय की गई है।
इस टीम का ऐलान न केवल आगामी टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों का चयन करेगा, बल्कि भारतीय क्रिकेट में कई बड़े नामों के भविष्य की दिशा भी तय करेगा।
पिछले कुछ महीनों में भारतीय टीम की करारी हार और औसत प्रदर्शन के बाद सीनियर खिलाड़ियों पर प्रदर्शन का दबाव और संन्यास की चर्चा तेज हो गई है।
भारतीय टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक रविचंद्रन अश्विन पहले ही इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं।
अब सवाल उठ रहा है कि क्या रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों को भी इस दबाव का सामना करना पड़ेगा। प्रशंसकों और विशेषज्ञों के बीच इन दोनों के संन्यास को लेकर बहस तेज हो गई है।
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जडेजा के करियर पर संकट के बादल
जहां रोहित और विराट के भविष्य को लेकर बहस हो रही है, वहीं एक और दिग्गज खिलाड़ी रवींद्र जडेजा के करियर पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
जडेजा, जो भारतीय टीम के सबसे भरोसेमंद ऑलराउंडरों में से एक रहे हैं, अब टीम चयन की प्राथमिकता सूची में पीछे खिसकते नजर आ रहे हैं।
रवींद्र जडेजा ने 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन टेस्ट में भारतीय टीम को हार से बचाने में अहम भूमिका निभाई थी।
उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी ने भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाने में मदद की थी। लेकिन हाल के महीनों में जडेजा का प्रदर्शन वनडे फॉर्मेट में अपेक्षा के अनुसार नहीं रहा है।
टी20 से संन्यास,वनडे करियर पर सवाल
जडेजा ने पहले ही टी20 क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, लेकिन वनडे में उनकी स्थिति अनिश्चित है। चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट में टीम चयनकर्ता युवा खिलाड़ियों को तरजीह दे सकते हैं, जिससे जडेजा के लिए जगह बनाना मुश्किल हो सकता है।
उनकी फिटनेस और हालिया प्रदर्शन भी चयनकर्ताओं के लिए चिंता का विषय हो सकते हैं। जडेजा के स्थान पर युवा ऑलराउंडर जैसे वॉशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल को प्राथमिकता दी जा सकती है।
सुंदर ने हालिया सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया है और वह टीम में संतुलन प्रदान करने में सक्षम हैं। वहीं, अक्षर पटेल ने भी अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी से प्रभावित किया है।
संन्यास के कगार पर जडेजा?
रवींद्र जडेजा का करियर अब एक नाजुक मोड़ पर खड़ा है। अगर उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी या इंग्लैंड के खिलाफ आगामी सीरीज में मौका नहीं मिलता, तो यह संकेत हो सकता है कि चयनकर्ता अब युवा खिलाड़ियों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
जडेजा जैसे खिलाड़ी, जिन्होंने लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट की सेवा की है, उनके लिए टीम में वापसी का यह आखिरी मौका हो सकता है।(Indian team for Champions Trophy 2025)
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम की घोषणा भारतीय क्रिकेट के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण होगी। यह केवल आगामी टूर्नामेंट की तैयारी नहीं बल्कि भविष्य के लिए टीम के ढांचे को तय करेगा।
रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे बड़े नामों के साथ-साथ रवींद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों का करियर भी इस टीम चयन पर निर्भर करता है। अब देखना होगा कि चयनकर्ता अनुभव और युवा जोश के बीच कैसे संतुलन बनाते हैं।
रवींद्र जडेजा की टीम में जगह पर सवाल
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए आगामी महीने बेहद व्यस्त और महत्वपूर्ण होने वाले हैं। 22 जनवरी से इंग्लैंड के खिलाफ टी20 और वनडे सीरीज खेली जानी है, जिसके बाद 19 फरवरी से आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का आगाज होगा।
भारत के लिए यह टूर्नामेंट खास है, क्योंकि सभी मैच यूएई में खेले जाने हैं। यूएई की स्पिन फ्रेंडली पिचों को देखते हुए टीम में कम से कम तीन स्पिन गेंदबाजों को शामिल करने की संभावना है।
रवींद्र जडेजा, जो भारतीय टीम के सबसे अनुभवी ऑलराउंडरों में से एक हैं, के लिए इस बार चैंपियंस ट्रॉफी की टीम में जगह बनाना मुश्किल लग रहा है।
अगर भारतीय टीम 15 सदस्यीय स्क्वाड में चार विशेषज्ञ बल्लेबाज और दो विकेटकीपर चुनती है, तो अतिरिक्त ऑलराउंडर के लिए जगह बन सकती है। ऐसी स्थिति में जडेजा को टीम में शामिल किया जा सकता है।
युवा खिलाड़ियों को बढ़ावा,जडेजा पर दबाव(Indian team for Champions Trophy 2025)
हालांकि, अगर टीम पांच विशेषज्ञ बल्लेबाजों के साथ जाती है, तो जडेजा की पोजीशन खतरे में पड़ सकती है। इसकी मुख्य वजह है भारतीय टीम मैनेजमेंट का हाल के दिनों में युवा खिलाड़ियों को तरजीह देना।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण है अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को बाहर रखकर युवा ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर को लगातार प्लेइंग इलेवन में मौका दिया जाना।
सुंदर की बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में योगदान देने की क्षमता उन्हें टीम के लिए बेहतर विकल्प बनाती है। यूएई की पिचें स्पिनरों के लिए मददगार मानी जाती हैं, इसलिए भारत कम से कम तीन स्पिनरों को स्क्वाड में शामिल करेगा।
लेकिन यहां भी जडेजा के लिए चुनौती है। उनके मुकाबले युवा स्पिनरों जैसे अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर को प्राथमिकता मिल सकती है।
अक्षर पटेल ने हालिया सीरीज में अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों से प्रभाव डाला है, जो उन्हें जडेजा के लिए कड़ी टक्कर देता है।
जडेजा का अनुभव बनाम युवा जोश
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम चयन में संतुलन बनाना सबसे बड़ी चुनौती होगी।(Indian team for Champions Trophy 2025)
अगर टीम मैनेजमेंट चार विशेषज्ञ बल्लेबाज, दो विकेटकीपर, तीन स्पिनर, तीन तेज गेंदबाज और एक ऑलराउंडर के साथ जाता है, तो जडेजा के लिए जगह बन सकती है।
वहीं, अगर पांच विशेषज्ञ बल्लेबाज चुने जाते हैं, तो अतिरिक्त ऑलराउंडर के लिए कोई जगह नहीं बचेगी।
रवींद्र जडेजा का अनुभव और उनका मैच जिताने का रिकॉर्ड उन्हें टीम के लिए मूल्यवान बनाता है। लेकिन हालिया प्रदर्शन और फिटनेस को देखते हुए चयनकर्ता युवा खिलाड़ियों को प्राथमिकता दे सकते हैं।
जडेजा की बल्लेबाजी में स्थिरता और उनकी गेंदबाजी का प्रभाव पिछले कुछ समय से कम हुआ है, जो उनके खिलाफ जा सकता है।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम का चयन कई दिग्गज खिलाड़ियों के करियर के लिए निर्णायक साबित हो सकता है।(Indian team for Champions Trophy 2025)
रवींद्र जडेजा जैसे अनुभवी खिलाड़ी के लिए यह शायद आखिरी मौका हो सकता है, जबकि युवा खिलाड़ियों का दबदबा टीम में उनकी जगह को चुनौती दे रहा है।
टीम मैनेजमेंट को अनुभव और युवा जोश के बीच सही संतुलन बनाना होगा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चयनकर्ता क्या फैसला लेते हैं और क्या जडेजा को टीम में जगह मिल पाती है।
क्या संन्यास का विचार करेंगे जड्डू?
भारतीय क्रिकेट टीम के आगामी स्क्वाड में बतौर स्पिन ऑलराउंडर और स्पिनर के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव इस रेस में शामिल हैं।
पिछले कुछ समय से वनडे मैचों में जडेजा के मुकाबले अक्षर पटेल को प्राथमिकता दी जा रही है। ऐसे में, अगर चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम तीन स्पिनरों को प्लेइंग इलेवन में शामिल करती है, तो यह तिकड़ी अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव हो सकती है।
हालांकि, रवींद्र जडेजा को 15 सदस्यीय टीम में जगह मिलना लगभग तय माना जा रहा है, लेकिन उनके प्लेइंग इलेवन में शामिल होने की संभावना कम नजर आ रही है।
टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ता फिलहाल युवा खिलाड़ियों पर भरोसा दिखा रहे हैं, और यह जडेजा के खिलाफ जा सकता है।
जडेजा के संन्यास की संभावना
36 वर्षीय रवींद्र जडेजा अब तक भारत के लिए 197 वनडे, 80 टेस्ट और 74 टी20 मैच खेल चुके हैं। उन्होंने पिछले 15 वर्षों में भारतीय टीम के लिए कई यादगार प्रदर्शन किए हैं।
लेकिन इतने अनुभवी खिलाड़ी के लिए भी वनडे फॉर्मेट में जगह बनाना चुनौतीपूर्ण हो गया है। यदि जडेजा को चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम का हिस्सा बनने के बावजूद प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिलती है, तो यह संभव है कि वह वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने के बारे में विचार कर सकते हैं।
हालांकि, यह निर्णय केवल वनडे फॉर्मेट तक ही सीमित रहेगा, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में उनकी जगह फिलहाल सुरक्षित मानी जा रही है।
टेस्ट टीम में मजबूत स्थिति
टेस्ट क्रिकेट में रवींद्र जडेजा अब भी भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। उन्हें अक्सर बल्लेबाजी ऑलराउंडर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है और वे छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए टीम को संतुलन प्रदान करते हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ जून में होने वाली टेस्ट सीरीज में भी उनकी जगह लगभग तय है। वनडे टीम में जडेजा को अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव से कड़ी चुनौती मिल रही है।
अक्षर और सुंदर, दोनों ही गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी योगदान देने में सक्षम हैं, जो टीम मैनेजमेंट के लिए उपयोगी विकल्प बनाते हैं।(Indian team for Champions Trophy 2025)
कुलदीप यादव ने अपनी शानदार गेंदबाजी के दम पर टीम में मजबूत स्थिति बना ली है।रवींद्र जडेजा के लिए चैंपियंस ट्रॉफी 2025 वनडे फॉर्मेट में उनके भविष्य को लेकर निर्णायक साबित हो सकती है।
वनडे प्लेइंग इलेवन में जगह न बना पाने की स्थिति में, वह इस फॉर्मेट से संन्यास का विचार कर सकते हैं। हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में उनका योगदान और अनुभव अभी भी भारतीय टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चयनकर्ता और टीम मैनेजमेंट उनके वनडे करियर को किस दिशा में लेकर जाते हैं।
भारत की संभावित टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत, केएल राहुल/संजू सैमसन, हार्दिक पंड्या, रिंकू सिंह/रवींद्र जडेजा, शिवम दुबे/नीतीश कुमार रेड्डी, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव/रवि बिश्नोई, जसप्रीत बुमराह/मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह.