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टीम ऑस्ट्रेलिया को धोया युवा सूरमाओं ने

ByNI Sports Desk,
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टीम ऑस्ट्रेलिया को धोया युवा सूरमाओं ने
ब्रिस्बेन।  गाबा के जिस मैदान में ऑस्ट्रेलिया की टीम 1988 के बाद से नहीं हारी थी, उस मैदान पर भारत ने उसे एक बेहद रोमांचक मुकाबले में पराजित किया और टेस्ट चैंपियनशिप में शीर्ष स्थान पर पहुंच गया। ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों और कई खिलाड़ियों की नस्ली टिप्पणियों के बीच भारत के युवा खिलाड़ियों की टीम ने चौथे और आखिरी टेस्ट में शानदार जीत दर्ज की। पहले टेस्ट की एक पारी में सिर्फ 36 रन पर ऑल आउट होकर शर्मनाक ढंग से हारी टीम इंडिया ने आखिरी टेस्ट में गाबा के मैदान पर सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करके मैच जीतने का नया रिकार्ड भी बनाया। गाबा के मैदान पर इस जीत के साथ ही भारत ने चार मैचों की शृंखला 2-1 से जीत ली। इस मैच से पहले भारत के लगभग सभी स्टार खिलाड़ी चोटिल हो गए थे। कप्तान विराट कोहली पहले ही वापस लौट चुके थे। भारतीय टीम के एकमात्र सीनियर खिलाड़ि रोहित शर्मा दोनों मैचों में फेल हुए, इसके बावजूद भारत के युवा खिलाड़ियों ने कमाल कर दिया। जीत के हीरे रहे ऋषभ पंत ने आखिरी पार्टी में 89 रन की धुआंधार पारी खले कर टीम को जीत दिलाई। टेस्ट क्रिकेट में इसी सीरिज से पदार्पण करने वाले शुभमन गिल ने भी शानदार 91 रन बनाए। भारतीय टीम 328 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी थी और मैच के आखिरी दिन तीन विकेट बाकी रहते यह लक्ष्य हासिल कर लिया। भारत ने एडीलेड में पहला टेस्ट मैच गंवाने के बाद शानदार वापसी की और ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर लगातार दूसरी बार शृंखला में 2-1 से हराकर बॉर्डर-गावस्कर ट्राफी अपने पास बरकरार रखी। दूसरी पारी में 89 रन बना कर नाबाद रहे ऋषभ पंत को मैन ऑफ द मैच चुना गया। भारत की ओर से चेतेश्वर पुजारा की 211 गेंदों पर 56 रन की पारी खेल कर फिर से अपना जुझारूपन दिखाया। वे एक छोर पर खड़े रहे और उन्होंने अपने दोनों युवा साथियों, शुभमन गिल और ऋषभ पंत को खुल कर खेलने का मौका दिया। पुजारा ने गिल के साथ 240 गेंदों पर 114 और पंत के साथ 141 गेंदों पर 61 रन की उपयोगी साझेदारियां की। आस्ट्रेलिया ने गाबा में आखिरी टेस्ट मैच 1988 में वेस्टइंडीज के खिलाफ गंवाया था। इसके बाद से उसे इस मैदान पर कभी हार नहीं मिली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित देश भर की तमाम हस्तियों ने भारतीय टीम को इस जीत पर बधाई दी है।
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