Ind vs Aus 4th Test Day 5: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 474 रन बनाए। इसके जवाब में भारत की पहली पारी 369 रन पर सिमट गई।
भारत को जीत के लिए 340 रन का लक्ष्य दिया गया, लेकिन भारतीय बल्लेबाजी एक दिन के भीतर ही ढेर हो गई। इस मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने मजबूत प्रदर्शन के साथ जीत दर्ज की।
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इंडिया ने इतिहास रचने का मौका गंवाया
ऑस्ट्रेलिया ने चौथे दिन 9 विकेट खोकर 333 रन की बढ़त बनाई, और 5वें दिन अपने स्कोर में 6 रन और जोड़कर भारत को 340 रन का लक्ष्य दिया।
यह लक्ष्य टीम इंडिया के लिए ऐतिहासिक हो सकता था, क्योंकि अब तक मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर सबसे सफल रन चेज 332 रन का रहा था।
भारत को इस लक्ष्य को पार कर इतिहास रचने का सुनहरा मौका मिला था, लेकिन दुर्भाग्यवश टीम इंडिया इसे हासिल नहीं कर सकी। भारतीय बल्लेबाजों ने कड़ी मेहनत की, लेकिन लक्ष्य से दूर रह गए, और यह अवसर हाथ से निकल गया।
ऑस्ट्रेलिया ने 184 रन से भारत को हराया
ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न में खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट में भारत को 184 रन से हराया। जीत के लिए 340 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम की दूसरी पारी 155 रन पर सिमट गई।
टीम इंडिया को आज ही यह लक्ष्य मिला था, लेकिन भारतीय बल्लेबाज तीन सत्र भी नहीं खेल सके और 11 विकेट गंवा दिए।
यह मेलबर्न में टीम इंडिया की 13 साल बाद टेस्ट हार है। इससे पहले भारतीय टीम को 2011 में यहां हार का सामना करना पड़ा था।
इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है। अब पांचवां और आखिरी टेस्ट 3 जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा।
यशस्वी के साथ हुई बेइमानी(Ind vs Aus 4th Test Day 5)
भारत को 140 के स्कोर पर सातवां झटका लगा जब यशस्वी जायसवाल 84 रन बनाकर आउट हो गए। उनके साथ जो हुआ, उसे बेइमानी कहा जा सकता है।
दरअसल, कमिंस की लेग साइड पर शॉर्ट पिच गेंद को यशस्वी ने फाइन लेग पर खेलने की कोशिश की, लेकिन वह चूक गए और गेंद विकेटकीपर केन के हाथों में चली गई।
मैदानी अंपायर ने यशस्वी को नॉटआउट दिया, लेकिन कमिंस ने डीआरएस लिया। थर्ड अंपायर, शरफुदौला ने रिप्ले देखा और स्नोकोमीटर पर बल्ले और गेंद के बीच कोई कनेक्शन नहीं दिखा। फिर भी, उन्होंने गेंद के थोड़ी डिफ्लेक्ट होने के आधार पर यशस्वी को आउट दे दिया।
इस फैसले से यशस्वी नाखुश थे और उन्होंने अपनी नाराजगी मैदानी अंपायर के सामने भी जताई। इस फैसले के खिलाफ मेलबर्न में मौजूद फैंस भी नाराज थे, और स्टेडियम में ‘चीटर-चीटर’ के नारे गूंजने लगे।
यह फैसला गलत था क्योंकि स्नोकोमीटर को केवल बल्ले और गेंद के संपर्क को दर्शाने के लिए एविडेंस माना जाता है।
स्नोकोमीटर में कोई हलचल नहीं होने के बावजूद बिना किसी ठोस सबूत के फैसले को बदलने का आदेश देना साफतौर पर बेइमानी था।
इससे पहले पर्थ टेस्ट में भी केएल राहुल के साथ ऐसा ही हुआ था, जब साफ गैप के बावजूद स्नोकोमीटर के आधार पर उन्हें आउट दिया गया था।