नई दिल्ली | Saina Nehwal World Championship: भारत की टेनिस स्टार साइना नेहवाल (Saina Nehwal) इस बार वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लेने की घोषणा की है। 15 साल में ये पहला मौका होगा जब साइना नेहवाल वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप (World Badminton Championship) में शामिल नहीं होंगी। साइना का इस इवेंट में भाग नहीं लेने का सबसे बड़ा कारण उनकी चोट को बताया गया है।
ग्रोइन और घुटने की चोट से जूझ रही साइना
Saina Nehwal World Championship: विश्व चैंपियनशिप स्पेन के हुएलवा में 12 से 19 दिसंबर तक खेला जाएगा. साइना नेहवाल के पति और साथी खिलाड़ी पारुपल्ली कश्यप ने बताया कि, सायना ग्रोइन और घुटने की चोट से जूझ रही है और वह समय पर फिट नहीं हो सकेंगी। जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड चैंपियनशिप से नाम वापस लेना पड़ा है। ऐसे में वे अंतरराष्ट्रीय करियर में पहली बार चोटों के कारण सबसे बड़े बैडमिंटन इवेंट में भाग नहीं ले सकेंगी। आपको बता दें कि, पिछले दो साल से साइना चोटों से जूझ रही है और टोक्यो ओलंपिक क्वालीफिकेशन भी नहीं खेल सकी थी।
ये भी पढ़ें:- जडेजा के साथ असली प्लान, धोनी को दे रहे 4 ट्रॉफी का सम्मान – जरूर बदलेगा CSK का कप्तान
विश्व चैंपियनशिप में जीते एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज
दुनिया की पूर्व नंबर एक बैडमिंटन खिलाड़ी रही साइना नेहवाल (Saina Nehwal) ने 2006 के बाद से हमेशा वर्ल्ड चैंपियनशिप (World Badminton Championship) में भाग लिया है। उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में एक सिल्वर मेडल और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता है, जबकि वे 8 बार क्वार्टर फाइनल में पहुंची हैं। इसी के साथ साइना लंदन ओलंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट भी रही हैं।
ये भी पढ़ें:- पृथ्वी शॉ के रिटेन होते ही इस लड़की के चेहरे पर आई मुस्कान, रिश्ता…
उबेर कप में लगी थी चोट
भारत की बैडमिंटन क्वीन साइना अक्टूबर में डेनमार्क में थॉमस और उबेर कप में चोट का शिकार हो गई थी तब उन्हें बीच में ही इस इवेंट को छोड़ना पड़ा था। फ्रेंच ओपन खेलते समय साइना की ये चोट और बढ़ गई थी।
ये भी पढ़ें:- धोनी जितना दिमाग, विराट जितना जोश – ये बनेगा RCB का नया कप्तान
वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लेंगी भारत की बैडमिंटन क्वीन Saina Nehwal, वजह बताई कुछ ऐसी
और पढ़ें
-
चुनाव आयोग की तैयारियों की पोल खुली
चुनाव आयोग का मुख्य काम लोकसभा और राज्यों के विधानसभा चुनाव कराने का है। किसी भी राज्य में विधानसभा चुनाव...
-
चार जून और चार सौ पार का नारा
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती चार जून को क्यों तय की? पिछली बार यानी 2019...
-
लेफ्ट और कांग्रेस का विरोधाभास
देश में आमतौर पर गठबंधन बनाने का काम विपक्षी पार्टियों का होता है और माना जाता है कि सत्ता पक्ष...
-
तमिलनाडु के राज्यपाल का नया विवाद
तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि और राज्य की डीएमके सरकार का विवाद खत्म ही नहीं हो रहा है। लोकसभा चुनाव...