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MS धोनी ने शतक जड़कर रचा इतिहास, ऐसा कारनामा आज तक कोई नहीं कर पाया

MS धोनी

आईपीएल के रोमांचक मुकाबले में बुधवार की रात एक बार फिर इतिहास बना, जब चेन्नई सुपर किंग्स ने MS धोनी की अगुवाई में कोलकाता नाइट राइडर्स को 2 विकेट से हराकर सभी को चौंका दिया।

यह मुकाबला न सिर्फ जीत के लिए जाना जाएगा, बल्कि MS धोनी की यादगार पारी और उनके बनाए गए महारिकॉर्ड के लिए भी हमेशा याद रखा जाएगा। 18 गेंदों में 17 रन की नाबाद पारी खेलते हुए MS धोनी ने एक ऐसा कीर्तिमान रचा, जो आईपीएल के इतिहास में पहली बार देखने को मिला।

180 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स की शुरुआत बेहद खराब रही। महज 60 रन पर टीम की आधी बल्लेबाजी लाइनअप पवेलियन लौट चुकी थी। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि चेन्नई इस मैच में बड़ी हार की ओर बढ़ रही है।

लेकिन तभी मैदान पर उतरे डेवाल्ड ब्रेविस, जिन्होंने अपनी तूफानी बल्लेबाज़ी से मैच की पूरी दिशा ही बदल दी। ब्रेविस ने मात्र 25 गेंदों में 4 चौके और 4 छक्कों की मदद से 52 रन बनाकर सीएसके के लिए उम्मीद की किरण जगाई।

MS धोनी की जीत की पारी 

ब्रेविस के आउट होने के बाद जिम्मेदारी संभाली शिवम दुबे ने, जिन्होंने अपनी सूझबूझ भरी पारी से टीम को संकट से उबारा। दुबे ने 40 गेंदों पर 45 रन बनाकर MS धोनी के साथ साझेदारी करते हुए मैच को अंतिम ओवर तक पहुँचाया। 19वें ओवर में दुबे आउट हो गए थे, लेकिन तब तक वह टीम को जीत के बेहद करीब पहुँचा चुके थे।

आखिरी ओवर में चेन्नई सुपर किंग्स को जीत के लिए 8 रन की दरकार थी। सामने थे ‘कैप्टन कूल’ MS धोनी । पहली ही गेंद पर उन्होंने शानदार छक्का जड़कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

तीसरी गेंद पर एक रन लेकर MS धोनी ने स्ट्राइक युवा खिलाड़ी अंशुल कम्बोज को सौंपी, जिन्होंने बगैर किसी दबाव के चौका लगाकर टीम को जीत दिला दी।

यह मुकाबला सिर्फ एक जीत नहीं थी, बल्कि यह MS धोनी के अनुभव, धैर्य और नेतृत्व क्षमता की एक जीती-जागती मिसाल थी। उनकी कप्तानी में एक बार फिर चेन्नई सुपर किंग्स ने साबित कर दिया कि जब तक मैदान पर धोनी हैं, तब तक जीत की उम्मीद जिंदा रहती है।

MS धोनी ने रचा इतिहास

महेंद्र सिंह धोनी ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। आईपीएल में उन्होंने नाबाद पारी खेलते हुए एक खास रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। धोनी ने नाबाद पारी खेलकर आईपीएल में एक ख़ास रिकॉर्ड अपने नाम किया।

यह 100वीं बार था जब धोनी नॉट आउट रहकर पवेलियन लौटे। उनकी यह उपलब्धि न सिर्फ उनके अनुभव और समझदारी का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि वह अभी भी मैच के अंत तक टिके रहने की काबिलियत रखते हैं। धोनी का यह रिकॉर्ड क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक और गर्व का पल है।

एमएस धोनी का आईपीएल करियर

महेंद्र सिंह धोनी, जिन्हें ‘कैप्टन कूल’ के नाम से जाना जाता है, भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल और प्रतिष्ठित कप्तानों में से एक हैं। उनका इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सफर न केवल उनके नेतृत्व कौशल बल्कि उनकी धैर्यशीलता, रणनीति और खेल के प्रति समर्पण का भी परिचायक है।

उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) की कप्तानी करते हुए टीम को पाँच बार (2010, 2011, 2018, 2021 और 2023) चैंपियन बनाया और आईपीएल के इतिहास में अपनी जगह पक्की कर ली।

MS धोनी ने अपने आईपीएल करियर में अब तक कुल 274 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 241 पारियों में कुल 5423 रन बनाए हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर 84 रन रहा है, और उन्होंने इस टूर्नामेंट में अब तक 24 अर्धशतक लगाए हैं।

यह आंकड़े यह दर्शाते हैं कि MS धोनी केवल एक कप्तान ही नहीं, बल्कि एक भरोसेमंद फिनिशर भी हैं, जिन्होंने कई बार दबाव में टीम को जीत दिलाई है।

आईपीएल 2025 की बात करें तो MS धोनी ने अब तक 12 मुकाबलों में 180 रन बनाए हैं। भले ही यह सीजन टीम के लिहाज़ से उतना सफल नहीं रहा — क्योंकि चेन्नई सुपर किंग्स इस बार प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने वाली पहली टीम बन गई — लेकिन MS धोनी का प्रदर्शन और उनका मैदान पर नेतृत्व अब भी प्रशंसकों को रोमांचित करता है।

सीएसके के दो मैच अब भी बाकी

इस सीजन में खास बात यह रही कि MS धोनी ने फिर से कप्तानी की जिम्मेदारी संभाली, क्योंकि नियमित कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ चोट के कारण बाहर हो गए। ऐसे में MS धोनी ने अपने अनुभव और सूझबूझ से एक बार फिर टीम का नेतृत्व किया और युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बने।

सीएसके के दो मैच अब भी बाकी हैं — 12 मई को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ और 18 मई को गुजरात टाइटंस के खिलाफ — और क्रिकेट प्रेमी उम्मीद कर रहे हैं कि MS धोनी इन मुकाबलों में एक बार फिर अपने पुराने अंदाज़ में नज़र आएंगे।

MS धोनी का आईपीएल करियर सिर्फ आँकड़ों का नहीं, बल्कि एक भावना का नाम है — वह भावना जो उन्हें हर सीज़न में सबसे अलग बनाती है। मैदान पर उनका शांत व्यवहार, विकेट के पीछे बिजली जैसी फुर्ती, और आखिरी ओवरों में मैच खत्म करने की कला ने उन्हें ‘फिनिशर’ की संज्ञा दिलाई है।

चाहे 2010 का पहला खिताब हो या 2023 की रोमांचक जीत, MS धोनी ने हर दौर में खुद को साबित किया है। MS धोनी का आईपीएल करियर केवल एक खिलाड़ी की कहानी नहीं, बल्कि एक युग की दास्तान है, जो वर्षों तक क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में जीवित रहेगा।

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pic credit- grok 

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