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भारतीय हॉकी टीम सेमीफाइनल में, लक्ष्य और लवलीना हारे, एथलेटिक्स में निराशा

पेरिस, भाषा। पेरिस ओलंपिक के आठवें दिन भारतीय हॉकी टीम ने अपने जांबाज प्रदर्शन से दिल जीता लेकिन बाकी खेलों में निराशा ही हाथ लगी। दस खिलाड़ियों तक सिमटने के बावजूद हॉकी टीम ने ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में हराकर पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया जबकि बैडमिंटन में लक्ष्य सेन सेमीफाइनल में हार गए और लवलीना बोरगोहेन की हार के साथ मुक्केबाजी में भारत का अभियान खत्म हो गया ।

पेरिस ओलंपिक में रविवार का दिन भारतीय हॉकी टीम के नाम रहा । आखिरी पूल मैच में 52 साल बाद ओलंपिक में आस्ट्रेलिया जैसे दिग्गज को हराने वाली भारतीय टीम ने 40 मिनट से अधिक एक कम खिलाड़ी के साथ खेलने के बावजूद क्वार्टर फाइनल को शूटआउट में धकेला और आखिर में 4 . 2 से जीत दर्ज की । एक बार फिर जीत के नायक रहे गोलकीपर पी आर श्रीजेश जिनका यह आखिरी टूर्नामेंट है । इसके अलावा भारत को बाकी खेलों में निराशा हाथ लगी । अब तक शानदार फॉर्म में चल रहे लक्ष्य सेन बैडमिंटन सेमीफाइनल हार गए और अब कांस्य के लिये खेलेंगे । वहीं तोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन अंतिम चार में नहीं पहुंच सकीं । एथलेटिक्स में निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा ।

अपना आखिरी टूर्नामेंट खेल रहे पी आर श्रीजेश एक बार फिर भारतीय हॉकी की दीवार साबित हुए और 42 मिनट तक दस खिलाड़ियों के साथ खेलने के बावजूद भारत ने ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया ।

तारीफ करनी होगी भारतीय डिफेंस की जिसने 36 वर्ष के श्रीजेश की अगुवाई में ब्रिटेन के हर हमले का बचाव करते हुए उसे बढत नहीं बनाने दी। ब्रिटेन ने 28 बार भारतीय गोल पर हमला बोला और महज एक कामयाबी मिली । निर्धारित समय तक स्कोर 1-1 से बराबर रहने पर मुकाबला शूटआउट में गया । शूटआउट में भारत के लिये कप्तान हरमनप्रीत सिंह , सुखजीत सिंह, ललित उपाध्याय और राजकुमार पाल ने गोल दागे जबकि इंग्लैंड के जेम्स अलबेरी और जाक वालांस ही गोल कर सके । कोनोर विलियमसन का निशाना चूका और फिलिप रोपर का शॉट श्रीजेश ने बचाया ।

भारत के लक्ष्य सेन दोनों गेम में मजबूत बढ़त बनाने के बावजूद रविवार को यहां पेरिस ओलंपिक की बैडमिंटन पुरुष एकल स्पर्धा के सेमीफाइनल में डेनमार्क के दूसरे वरीय और गत चैंपियन विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ सीधे गेम में हार गए और अब कांस्य पदक के मुकाबले में खेलेंगे। ओलंपिक सेमीफाइनल में जगह बनाने वाले पहले भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य को रियो ओलंपिक के कांस्य और तोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता एक्सेलसन के खिलाफ 54 मिनट में 20-22, 14-21 से हार का सामना करना पड़ा। दो बार के पूर्व विश्व चैंपियन और दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी एक्सेलसन के खिलाफ लक्ष्य की नौ मैचों में यह आठवीं हार है।

तोक्यो ओलंपिक की कांस्य विजेता भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा) के रविवार को यहां चीन की ली कियान से क्वार्टर फाइनल में हारने से भारत का मौजूदा पेरिस खेलों में मुक्केबाजी अभियान बिना पदक के समाप्त हो गया। इस वर्ग की मौजूदा विश्व चैम्पियन लवलीना (26 वर्ष) को कड़े मुकाबले में तोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता 34 साल की ली कियान से 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। इस दौरान दोनों मुक्केबाजों को बार-बार क्लिंचिंग और होल्डकरने के लिए चेतावनी दी गई।

भारत का पेरिस ओलंपिक खेलों की एथलेटिक्स प्रतियोगिता में निराशाजनक प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहा जब राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक पारुल चौधरी और जेसविन एल्ड्रिन क्रमशः महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज़ और पुरुषों की लंबी कूद में फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रहे।

भारतीय निशानेबाज महेश्वरी चौहान और रेजा ढिल्लों रविवार को यहां पेरिस ओलंपिक खेलों की महिला स्कीट स्पर्धा में क्रमश: 14वें और 23वें स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे। पांच सीरीज के क्वालीफिकेशन की अंतिम दो सीरीज रविवार को खेली गई जिसके बाद महेश्वरी का कुल स्कोर 118 रहा। उन्होंने पांच सीरीज में 23, 24, 24, 25 और 22 अंक जुटाए।

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