
टोक्यो | भारतीय पहलवान रवि दहिया (Indian Wrestler Ravi Dahiya ) का नाम भारतीय कुश्ती के इतिहास में रजत अक्षरों में लिख गया है। उन्होंने 57 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में जीत (Ravi Dahiya Won silver Madel) हासिल करते हुए भारत के लिए रजत पदक जीतकर देश को खुशी की अनूठी लहर दी है। टोक्यो ओलंपिक में भारत का यह 2nd रजत है। व्यक्तिगत स्पर्धा में 2008 के लंदन ओलंपिक में अभिनव बिन्द्रा निशानेबाजी में गोल्ड मैडल लाए थे। गुरुवार का दिन भारत के लिए खुशियों से भरा रहा है। सुबह भारतीय हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीतकर देश को अनूठा तोहफा दिया। केसरिया पोशाक में रवि का प्रदर्शन खासा शानदार रहा। वे रूसी पहलवान जारोव से जीत नहीं पाए। इनसे पहले सुशील कुमार ही कुश्ती में रजत पदक 2012 में जीते थे। सुशील फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है।
रवि दहिया ने लिख दिया इतिहास में नाम, ओलंपिक कुश्ती में रजत पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय बने
2008 से भारत पॉडियम पर राष्ट्रगान बजने का इंतजार ही कर रहा है। 2008 में ही भारत का राष्ट्रगान बजा था। उससे पहले तो 1980 के मॉस्को ओलंपिक में राष्ट्रगान बज पाया था। देश रवि कुमार दहिया पर गर्व कर रहा है। उसके परिजनों को देश के कोने—कोने से बधाई मिल रही है।
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विनेश फोगाट का सपना टूटा
विनेश अपनी दूसरी बाउट में हार गई थी। उनसे जीती हुई बेलारूसी पहलवान की सेमीफाइनल में हार से उनके रैपेचेज राउंड से पदक लाने का सपना टूट गया है। अब देश की सबसे बड़ी उम्मीदें छह अगस्त को मुकाबले में उतरने वाले पहलवान बजरंग पूनिया और सीमा पूनिया से है। यही नहीं 7 अगस्त को देश नीरज चौपड़ा से भी ओलंपिक पदक की उम्मीद लगाए है। नीरज का प्रदर्शन देखते हुए यह साफ है कि वे देश के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर पदक लाएंगे।
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भारतीय कुश्ती का इतिहास Ravi Dahiya Won Silver
भारतीय कुश्ती में 1952 ओलंपिक में केडी जाधव सबसे पहले कांस्य पदक विजेता बने थे। उनके बाद 2008 में सुशील कुमार रैपेचेज राउंड के तहत कांस्य जीते। 2012 में पहलवान योगेश्वर दत्त रैपेचेज में कांस्य और सुशील कुमार रजत पदक जीते थे। 2016 के रियो ओलंपिक में महिला कुश्ती में पहला पदक भारत की पहलवान साक्षी मलिक लाई थी। साक्षी मलिक भी रैपेचेज राउंड के तहत ही पदक जीत पाई थी।