नई दिल्ली | Newzealand Beat India 8 Wickets: टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) में टीम इंडिया के निराशाजनक प्रदर्शन ने एक बार फिर से हार का मुंह दिखा दिया है। सुपर 12 स्टेज के मैच में न्यूजीलैंड ने टीम इंडिया को बड़ी बेदर्दी से 8 विकेट से हरा दिया। इस हार के साथ ही टीम इंडिया के सेमीफाइनल में पहुंचने की राह बेहद कठिन हो गई है। आपको बता दें कि टीम इंडिया की यह लगातार दूसरी हार है। इससे पहले 24 अक्टूबर को टीम इंडिया को पाकिस्तान के हाथों 10 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी।
Newzealand Beat India 8 Wickets: टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 20 ओवर में 7 विकेट खोकर मात्र 110 रन ही बनाए थे। जिसके जवाब में न्यूजीलैंड ने सिर्फ 14.3 ओवर में दो विकेट खोकर ही 111 रनों के लक्ष्य को हासिल कर लिया। आखिर क्या रही टीम इंडिया की बड़ी हार की वजह ? आइए डालते हैं एक नजर…
धाकड़ बल्लेबाजों ने किया निराश
टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा भी दोनों मैचों में कुछ नहीं कर पाए। पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ रोहित बड़ी पारी खेलने की जगह सस्ते में चलते बने। आईपीएल में छक्के उड़ाने वाले धाकड़ बल्लेबाज केएल राहुल भी यहां मात खा गए।
ये भी पढ़ें:- क्या शिवराज के लिए अभयदान दे पाएंगे यह उपचुनाव
स्पिनरों को भी नहीं खेल पाए बल्लेबाज
टीम इंडिया ने टी-20 विश्वकप के मैचों को हल्के में लिया और ओडीआई मैचों की तरह प्रदर्शन किया। स्पिनरों को आराम से खेलने वाले भारतीय बल्लेबाज खुद एक-एक रनों के लिए नाचते दिखे।
टाॅस रहा महत्वपूर्ण
इस बार टी20 वर्ल्ड कप में टॉस जीतना अहम माना जा रहा है। लेकिन टीम इंडिया के कप्तान कोहली लगातार दूसरी बार टॉस हार गए। इस बार देखा जा रहा है कि इस बार बाद में बैंटिग करने वाली टीम ही जीत रही है। दूसरी पारी में रात का ठंडा समय होने से ओस महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है जिससे बल्लेबाजी करना आसान हो जाता है और गेंदबाजी व फिल्डिंग में परेशानी उठानी पड़ती है। इसलिए टीम इंडिया के लिए टाॅस हारकर पहले बल्लेबाजी को भी हार का करण माना जा रहा है।
चोटिल खिलाड़ी नहीं उबर पाए
टीम इंडिया में इस बार खिलाड़ी भी ज्यादा ही चोटिल देखे जा रहे हैं। चोटिल सूर्यकुमार यादव की जगह ईशान किशन को मौका दिया लेकिन वे फेल हो गए। वहीं घातक गेंदबाज भुवनेश्वर की जगह शार्दुल ठाकुर को खिलाया गया तो उन्होंने भी टीम को निराश किया।
ये भी पढ़ें:- फटाखे सियासी नही, बेक्टेरिया मारक हैं…!