अब तक असफल रही पाकिस्तान की सलामी जोड़ी सफल हो गयी। बाबर और रिज़वान ने जम कर बल्लेबाजी की, साझेदारी जमाई और अपने-अपने अर्धशतक जड़ दिए। न्यूज़ीलैण्ड को सेमी-फाइनल मैच में सिडनी मैदान के सारे कोने दिखा दिए।
बीसमबीस विश्व कप 2022
आखिर पाकिस्तान की किस्मत उनकी योग्यता के आड़े नहीं आई। नीदरलैण्ड से अफ्रीका के हारने के बाद जगा पाकिस्तान की किस्मत का योग, उनको सेमी-फाइनल जीतने का आत्मविश्वास दे गया। अपनी योग्यता पर खेल कर पाकिस्तान ने सिडनी मैदान पर न्यूज़ीलैण्ड का सूपड़ा साफ कर दिया। एक तरफा जीत दर्ज की। ठोक बजाते हुए फाइनल में आने वाली पहली टीम हो गयी। भारत से पहला मैच हारने पर पाकिस्तान के बाहर हो जाने का रास्ता देखने वाले अब आशंकित हैं। आस्ट्रेलिया के बीसमबीस विश्व कप के फाइनल में अब भारत और पाकिस्तान फिर से भिड़ सकते हैं।
टॉस न्यूज़ीलैण्ड के कप्तान केन विलियम्सन जीते और पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। पाकिस्तान के कप्तान बाबर आज़म भी टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने की इच्छा जताते रहे। सिडनी पिच का पहले फायदा उठाने का मौका न्यूज़ीलैण्ड को मिला। बल्लेबाजी के लिए अच्छे माने जा रहे पिच पर न्यूज़ीलैण्ड की शुरूआत खराब रही। शहशांह अफ्रीदी ने पहले ओवर में ही झटका दे दिया। एलन फ़िन को पगबाधा आउट ले लिया। अफ्रीदी ने शहंशाह की तरह गेंदबाजी की। इतनी जल्दी लगे झटके के बाद फिर न्यूज़ीलैण्ड उभर ही नहीं पाया।
विलियम्सन जरूर टिक कर खेलने में लगे लेकिन वे तेजी से रन नहीं बना पाए। साझेदारी में जुटे विलियम्सन को किसी का भी साथ नहीं मिला। सिडनी पिच पर अच्छा स्कोर बनाने में विफल रहे। अफ्रीदी की शहंशाही के अलावा भी पाकिस्तान के सारे गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की। पिच पर अगर उछाल कम था तो पाकिस्तान के गेंदबाजों ने उसका फायदा खूब उठाया। अपनी गेंदबाजी में गति का लगातार परिवर्तन करते रहे। जिससे न्यूज़ीलैण्ड के बल्लेबाज टप्पा खाने के बाद सिर्फ गेंद की गति ही जांचते-परखते रहे। सिडनी पिच पर शॉट खेलना वैसे ही मुश्किल था। और उस पर गेंदबाजी की गति में लगातार परिवर्तन कर पाकिस्तान ने न्यूज़ीलैण्ड को सिर्फ हैरान ही किया।
फिर डेरिल मिचल ने जुझते हुए अंत तक भरसक प्रयास किया। न्यूज़ीलैण्ड का स्कोर 152 तक पहुंचा दिया। लग रहा था कम से कम लड़ने-भिड़ने के लिए ठीक-ठाक रन हो गए हैं। लेकिन फिर इसी महत्वपूर्ण मौके पर अब तक असफल रही पाकिस्तान की सलामी जोड़ी सफल हो गयी। बाबर और रिज़वान ने जम कर बल्लेबाजी की, साझेदारी जमाई और अपने-अपने अर्धशतक जड़ दिए। न्यूज़ीलैण्ड को सेमी-फाइनल मैच में सिडनी मैदान के सारे कोने दिखा दिए। न्यूज़ीलैण्ड के सपने चकनाचूर हुए। मैच में कभी लगा ही नहीं की न्यूज़ीलैण्ड वही टीम है जिसने आस्ट्रेलिया को हराया था।
आज भारत दूसरा सेमी-फाइनल इंग्लैण्ड से खेलेगा। अभी तक हुए मैचों में भारत का पलड़ा भारी रहा है। भारत ही अपने खेल में लय और लगन में ठोस दिख रहा है। इंग्लैण्ड के कप्तान रहे, अब कमेंटेटर माईकल वॉन का मानना है कि खेल के भविष्य और उसकी आर्थिकी के लिए भारत का सफल होना जरूरी है। मगर क्रिकेट खेले बिना, उसमें जीता नहीं जा सकता है। भारत को इंग्लैण्ड से जीतने के लिए अच्छा ही खेलना होगा।