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Champions Trophy 2025: इंडिया-न्यूजीलैंड फाइनल में टीम इंडिया की प्लेइंग XI में बड़े बदलाव

india nz final 2025

india nz final 2025 : चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय क्रिकेट टीम ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है और अपने सभी मुकाबलों में जीत दर्ज करते हुए अजेय रही है।

ग्रुप स्टेज में भारत ने अपने विरोधी टीमों को पूरी तरह से मात दी और सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकतरफा जीत हासिल की। इस प्रदर्शन से भारतीय टीम ने खिताब की प्रबल दावेदारी पेश की है।

हालांकि, भारतीय क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर का मानना है कि भारतीय टीम के प्रदर्शन में सुधार की गुंजाइश अभी भी बनी हुई है। (india nz final 2025)

गावस्कर के अनुसार, भारतीय टीम ने अब तक हर टीम को पूरी तरह से दबाव में रखा है, लेकिन कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने खासतौर पर मिडिल ओवर्स में विकेट लेने की क्षमता पर सवाल उठाया।

उनका मानना है कि भारतीय गेंदबाजों ने बीच के ओवर्स में रन तो रोके हैं, लेकिन विकेट निकालने में अधिक सफलता नहीं मिली है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां टीम को मजबूती लाने की जरूरत है, क्योंकि विरोधी टीम अगर आसानी से विकेट बचाकर खेलती है, तो अंतिम ओवरों में बड़े स्कोर तक पहुंच सकती है।

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भारत का अब तक का प्रदर्शन शानदार (india nz final 2025)

इसके अलावा, गावस्कर ने भारतीय सलामी जोड़ी की कमजोर साझेदारी पर भी चिंता जताई। अब तक के मैचों में भारतीय ओपनिंग जोड़ी ज्यादा सफल नहीं रही है और टीम को एक मजबूत शुरुआत नहीं मिल पाई है।

शुरुआती विकेट जल्दी गिरने से मिडिल ऑर्डर पर दबाव बढ़ता है, जिससे टीम को बड़ी साझेदारियों की कमी महसूस होती है। गावस्कर का मानना है कि यदि भारतीय टीम को आगे भी अपना दबदबा बनाए रखना है, तो सलामी बल्लेबाजों को मजबूत साझेदारी निभानी होगी, जिससे टीम की नींव मजबूत हो सके।

गावस्कर ने तेज गेंदबाजों से नई गेंद के साथ पहले 10 ओवरों में अधिक विकेट निकालने की मांग भी की। उनका कहना है कि शुरुआती ओवरों में विकेट निकालकर ही विरोधी टीम को दबाव में डाला जा सकता है। (india nz final 2025

अगर भारतीय गेंदबाज विपक्षी टीम के टॉप ऑर्डर को जल्दी आउट करने में सफल होते हैं, तो मैच पर भारतीय टीम की पकड़ और मजबूत हो जाएगी।

हालांकि, भारत का अब तक का प्रदर्शन शानदार रहा है, लेकिन फाइनल जैसे बड़े मुकाबले में ये छोटी-छोटी कमियां निर्णायक साबित हो सकती हैं। (india nz final 2025)

अगर भारतीय टीम इन पहलुओं पर ध्यान देती है और अपनी कमजोरियों को सुधारती है, तो चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब जीतने की राह और भी आसान हो जाएगी।

भारतीय टीम की कमजोरियां उजागर (india nz final 2025)

भारतीय क्रिकेट टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में अब तक बेहतरीन प्रदर्शन किया है, लेकिन पूर्व भारतीय कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर का मानना है कि टीम के कुछ क्षेत्रों में सुधार की जरूरत है, जिससे उनकी खिताब जीतने की संभावना और मजबूत हो सके।

गावस्कर के अनुसार, भारतीय टीम के ओपनर्स ने अब तक उस स्तर की शुरुआत नहीं दी है, जिसकी टीम को जरूरत थी। (india nz final 2025)

जब आप भारतीय ओपनिंग जोड़ी के प्रदर्शन को देखते हैं, तो यह स्पष्ट होता है कि वे टीम को वह ठोस शुरुआत देने में नाकाम रहे हैं, जिसकी उम्मीद थी। यह एक बड़ी कमी के रूप में नजर आती है, क्योंकि मजबूत ओपनिंग साझेदारी से टीम को बाकी बल्लेबाजों के लिए एक अच्छा प्लेटफॉर्म मिलता है।

मिडिल ओवर्स में भारतीय गेंदबाजी में कमी

इसके अलावा, तेज गेंदबाजों की बात करें तो नई गेंद के साथ पहले 10 ओवरों में विकेट लेने की समस्या भी दिखी है। गावस्कर का कहना है कि किसी भी बड़े टूर्नामेंट में अगर आपको शुरुआत में ही दो-तीन विकेट मिल जाते हैं, तो विरोधी टीम पर जबरदस्त दबाव बन जाता है। लेकिन भारतीय गेंदबाज इस विभाग में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।

मध्य ओवरों (मिडिल ओवर्स) में भी भारतीय गेंदबाजी में एक कमी दिखी है। हालांकि गेंदबाजों ने रन गति को नियंत्रित किया है, लेकिन वे नियमित अंतराल पर विकेट लेने में सफल नहीं रहे हैं। (india nz final 2025)

विकेटों की कमी का मतलब यह होता है कि विपक्षी टीम के बल्लेबाज सहज होकर लंबी पारियां खेल सकते हैं और डेथ ओवर्स में तेजी से रन बना सकते हैं।

गावस्कर ने कहा कि यदि भारतीय टीम इन क्षेत्रों में सुधार कर लेती है- मजबूत ओपनिंग साझेदारी, नई गेंद से पहले 10 ओवरों में अधिक विकेट, और मध्य ओवरों में विकेट निकालने की क्षमता- तो उनकी फाइनल जीतने की संभावना और भी अधिक बढ़ जाएगी।

उन्होंने जोर दिया कि किसी भी बड़े टूर्नामेंट के नॉकआउट मुकाबलों में ये छोटे-छोटे सुधार बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं और टीम को खिताबी जीत दिला सकते हैं। (india nz final 2025)

प्लेइंग-11 में बदलाव न करने की सलाह (india nz final 2025)

पूर्व भारतीय कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर का मानना है कि भारतीय टीम को अपनी मौजूदा प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं करना चाहिए और चार स्पिनरों के फॉर्मूले पर ही बने रहना चाहिए।

उन्होंने इस रणनीति को भारत की सफलता की कुंजी बताया और जोर देकर कहा कि टीम को अपनी जीतने वाली संयोजन (विनिंग कॉम्बिनेशन) के साथ छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। (india nz final 2025)

गावस्कर के अनुसार, वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव की मौजूदगी ने भारत के गेंदबाजी आक्रमण को और अधिक धारदार बना दिया है।

इन दोनों स्पिनरों ने मिडिल ओवर्स में विरोधी टीम पर दबाव बनाने और विकेट निकालने का काम बखूबी किया है। उनकी प्रभावी गेंदबाजी के कारण भारत को अतिरिक्त लाभ मिला है, और यही वजह है कि टीम को अपने इस संतुलन में कोई बदलाव नहीं करना चाहिए।

इस रणनीति को बरकरार रखना

उन्होंने यह भी कहा कि सीमित ओवरों के क्रिकेट में या किसी भी प्रारूप में, विकेट निकालने वाली गेंदें ही सबसे प्रभावी डॉट गेंद होती हैं। (india nz final 2025)

भारतीय स्पिनर्स लगातार विकेट लेते रहे हैं, जिससे विपक्षी बल्लेबाजों पर दबाव बना रहता है और रनगति पर भी नियंत्रण रहता है। यही कारण है कि टीम को अपनी इस रणनीति को बरकरार रखना चाहिए और किसी भी तरह के बदलाव से बचना चाहिए।

गावस्कर ने स्पष्ट किया कि अब जब टीम को एक सफल संयोजन मिल चुका है, तो उसे अंतिम मुकाबलों से पहले बदलाव करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा, “मुझे लगता है कि चार स्पिनर्स को ही खिलाया जाना चाहिए।

अब बदलाव करने की क्या जरूरत है? चक्रवर्ती और कुलदीप की मौजूदगी ने दिखा दिया है कि वे कितने प्रभावी हो सकते हैं। जब वे लगातार विकेट ले रहे हैं और विपक्ष पर दबाव बना रहे हैं, तो फिर बदलाव की कोई जरूरत ही नहीं है।”

गावस्कर के इस बयान से साफ है कि वह भारतीय टीम की मौजूदा रणनीति के समर्थन में हैं और मानते हैं कि यही संतुलन भारत को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब दिलाने में मदद कर सकता है। (india nz final 2025)

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