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बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद इस खिलाड़ी ने किया संन्यास का ऐलान

Indian Player RetirementImage Source: NDTV

Indian Player Retirement After BGT: भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर ऋषि धवन ने 2025 के पहले टेस्ट में भारतीय टीम की हार और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 गंवाने के बाद सीमित ओवरों के क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की।

ऑलराउंडर ऋषि धवन ने रविवार, 5 जनवरी को अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यह बड़ा फैसला सार्वजनिक किया। सोशल मीडिया पोस्ट के जरिे ऋषि ने यह जानकारी साझा की। ऋषि धवन ने यह स्पष्ट किया है कि वह केवल लिमिटेड ओवर (वनडे और टी20) क्रिकेट से संन्यास ले रहे हैं।

वह अभी भी रणजी ट्रॉफी जैसे घरेलू फॉर्मेट में हिमाचल प्रदेश के लिए खेलते रहेंगे। उनकी इस घोषणा के बाद फैंस और क्रिकेट जगत में उनके करियर को लेकर चर्चा तेज हो गई है।

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ऋषि धवन का करियर सफर

ऋषि धवन ने 2016 में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अपना अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू किया। उन्होंने भारतीय टीम के लिए व्हाइट बॉल क्रिकेट में अपने खेल का प्रदर्शन किया, लेकिन उसी साल टीम से बाहर हो गए।

दोबारा भारतीय टीम में जगह नहीं बना सके, लेकिन घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में उन्होंने अपनी काबिलियत का प्रदर्शन जारी रखा। हिमाचल प्रदेश के लिए खेलते हुए उन्होंने कई मैचों में अपनी ऑलराउंड क्षमता का परिचय दिया।

संन्यास की घोषणा पर ऋषि का बयान

ऋषि धवन ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में अपने अनुभवों और भावनाओं को साझा करते हुए लिखा “भारी दिल के साथ, हालांकि मुझे कोई पछतावा नहीं है, मैं भारतीय क्रिकेट (सीमित ओवर) से अपने संन्यास का एलान करना चाहता हूं।

यह एक ऐसा खेल है, जिसने पिछले 20 सालों में मेरी जिंदगी को परिभाषित किया है। इस खेल ने मुझे असीम आनंद और अनगिनत यादें दी हैं, जो हमेशा मेरे दिल के करीब रहेंगी।”

उन्होंने आगे BCCI और हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (HPCA), और आईपीएल में खेलने वाली टीमों—पंजाब किंग्स, मुंबई इंडियंस, और कोलकाता नाइट राइडर्स का करियर को आकार देने में भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद दिया।

संन्यास के फैसले के पीछे का कारण

ऋषि धवन ने अपने संन्यास का कोई विशेष कारण नहीं बताया, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि भारतीय टीम में प्रतिस्पर्धा के चलते उनकी वापसी की संभावनाएं कम थीं। इसके अलावा, उनका ध्यान अब घरेलू क्रिकेट और रणजी ट्रॉफी पर केंद्रित हो सकता है।

ऋषि धवन का भारतीय क्रिकेट में योगदान भले ही सीमित रहा हो, लेकिन उन्होंने घरेलू क्रिकेट में लगातार प्रदर्शन से खुद को साबित किया। उनका सफर प्रेरणादायक है, खासकर हिमाचल प्रदेश जैसे छोटे राज्य से भारतीय टीम तक का सफर तय करना।

फैंस और क्रिकेट जगत की प्रतिक्रियाएं

ऋषि धवन के संन्यास की घोषणा के बाद, फैंस और क्रिकेट जगत के लोग उन्हें उनकी मेहनत और क्रिकेट के प्रति समर्पण के लिए सराहना कर रहे हैं। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर उनके करियर को सलाम करते हुए उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

ऋषि धवन का सीमित ओवर क्रिकेट से संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। उन्होंने खेल को न केवल अपना समय और मेहनत दी, बल्कि अपनी सीमित सफलता के बावजूद खेल के प्रति जुनून बनाए रखा।

उनका सफर उन युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो छोटे शहरों से आते हैं और क्रिकेट के उच्च स्तर पर खेलने का सपना देखते हैं। ऋषि धवन के भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं!

भारतीय क्रिकेट का एक और अध्याय समाप्त(Indian Player Retirement)

भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर ऋषि धवन ने अपने छोटे लेकिन यादगार अंतर्राष्ट्रीय करियर में व्हाइट बॉल क्रिकेट (वनडे और टी20) में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया।

हालांकि उनका अंतर्राष्ट्रीय करियर बहुत लंबा नहीं रहा, लेकिन उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में अपनी पहचान बनाई।

भारतीय टीम के लिए प्रदर्शन

ऋषि धवन ने 2016 में भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया और उसी साल उन्होंने अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला खेला। उनके प्रदर्शन का विवरण इस प्रकार है:

वनडे करियर             मैच       रन          विकेट
                                 3          12           1

टी20  करियर           मैच          रन          विकेट

                               1              1               1 

उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से योगदान दिया, लेकिन सीमित मौके मिलने के कारण वह अपनी छाप छोड़ने में सफल नहीं हो सके। ऋषि ने अपनी एकमात्र टी20 पारी में गेंदबाजी के जरिए एक विकेट चटकाया

डेब्यू से विदाई तक का सफर

ऋषि ने जनवरी 2016 में भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया। जून 2016 में उन्होंने भारतीय टीम के लिए अपना आखिरी मैच खेला।(Indian Player Retirement)

इतने छोटे करियर में ऋषि को टीम में अपनी जगह पक्की करने का ज्यादा मौका नहीं मिला। हालांकि, उन्होंने अपने खेल से यह साबित किया कि वह एक मेहनती और भरोसेमंद खिलाड़ी हैं।

घरेलू क्रिकेट और IPL में योगदान

हिमाचल प्रदेश की ओर से खेलते हुए ऋषि धवन ने कई यादगार प्रदर्शन किए। वह रणजी ट्रॉफी में एक बेहतरीन ऑलराउंडर के रूप में उभरे।

ऋषि धवन को भारतीय टीम में सीमित मौके मिले, जिसका कारण उस समय टीम में ऑलराउंडरों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा थी। हार्दिक पांड्या और रविंद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी ने उनके लिए जगह बनाना मुश्किल कर दिया।

हाल ही में ऋषि धवन ने सीमित ओवरों के क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है, लेकिन वह अभी भी रणजी ट्रॉफी जैसे फॉर्मेट में खेलना जारी रखेंगे। उनका यह फैसला दिखाता है कि वह अभी भी क्रिकेट के प्रति समर्पित हैं और युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करना चाहते हैं।

ऋषि धवन का भारतीय क्रिकेट में योगदान भले ही आंकड़ों के लिहाज से बड़ा न हो, लेकिन उनका सफर हर उस खिलाड़ी के लिए प्रेरणा है जो सीमित अवसरों में अपनी काबिलियत साबित करने की कोशिश करता है। उन्होंने दिखाया कि मेहनत और लगन से कोई भी खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट से अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच सकता है।

भारतीय टीम और IPL कैरियर

धवन ने भारतीय टीम की ओर से तीन एकदिवसीय और एक टी20I मुकाबले में हिस्सा लिया. धवन ने 2016 में ऑस्ट्रेलिया में अपना डेब्यू किया था. धवन ने आईपीएल में 10 साल तक दो फ्रेंचाइजियों के साथ अपना क्रिकेट कैरियर बढ़ाया.

2013 में मुंबई इंडियंस और 2014 से 2024 तक पंजाब किंग्स और का प्रतिनिधित्व किया. इस दौरान उन्होंने 39 मैचों में 25 विकेट लिए और 210 रन बनाए.

धवन इस बार की नीलामी में भी शामिल हुए थे, लेकिन उन्हें कोई खरीददार नहीं मिला था. 2024 की आईपीएल नीलामी में ऋषि धवन का नाम आया, लेकिन दुर्भाग्य से उन्हें कोई खरीददार नहीं मिला।

यह उनके करियर का एक मुश्किल क्षण था, जिसने यह संकेत दिया कि टीमों ने शायद युवा और अधिक प्रभावशाली खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी।

2024 की IPL ऑक्शन में नहीं बिके…(Indian Player Retirement)

ऋषि धवन, भारतीय क्रिकेट के एक मेहनती ऑलराउंडर, ने राष्ट्रीय टीम और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपनी छाप छोड़ने की कोशिश की।

सीमित मौके और कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद, ऋषि ने अपनी प्रतिभा और मेहनत से एक महत्वपूर्ण योगदान दिया।

2024 की आईपीएल नीलामी में ऋषि धवन का नाम आया, लेकिन दुर्भाग्य से उन्हें कोई खरीददार नहीं मिला। यह उनके करियर का एक मुश्किल क्षण था, जिसने यह संकेत दिया कि टीमों ने शायद युवा और अधिक प्रभावशाली खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी।

ऋषि ने आईपीएल में मुंबई इंडियंस, कोलकाता नाइट राइडर्स, और पंजाब किंग्स जैसी बड़ी टीमों का हिस्सा रहते हुए अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया।

आईपीएल में उन्होंने अपनी तेज गेंदबाजी और निचले क्रम में उपयोगी बल्लेबाजी से पहचान बनाई। ऋषि धवन को एक उपयोगी ऑलराउंडर के रूप में जाना जाता है।

उनकी मध्यम गति की स्विंग गेंदबाजी ने कई बार बल्लेबाजों को परेशान किया। निचले क्रम में आकर टीम को स्थिरता प्रदान करने की उनकी क्षमता ने उन्हें घरेलू क्रिकेट में एक अहम खिलाड़ी बनाया। वह एक उत्कृष्ट फील्डर भी रहे हैं, जिन्होंने कई महत्वपूर्ण कैच पकड़े।

ऑलराउंडर के रूप में भूमिका

ऋषि धवन एक मध्यम गति के तेज गेंदबाज और निचले क्रम के उपयोगी बल्लेबाज थे। उन्होंने कई मौकों पर घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण पारियां खेलीं।उनका खेल परिस्थितियों के अनुरूप प्रदर्शन करने की क्षमता पर आधारित था।

ऋषि का अंतर्राष्ट्रीय करियर लंबा नहीं चल सका, जिसका मुख्य कारण भारतीय टीम में ऑलराउंडरों की प्रचुरता थी। हार्दिक पांड्या, रविंद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी ने ऋषि के लिए जगह बनाना मुश्किल कर दिया। आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन स्थिर रहा, लेकिन बड़े और निरंतर प्रभाव छोड़ने में वह सफल नहीं हो पाए।

हिमाचल प्रदेश के लिए रणजी ट्रॉफी में ऋषि ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और टीम को कई बार जीत दिलाई।10 साल तक आईपीएल का हिस्सा रहना उनकी प्रतिभा और मेहनत का प्रमाण है।

छोटे शहर से आकर राष्ट्रीय और आईपीएल स्तर पर अपनी पहचान बनाना उनके संघर्ष और समर्पण को दर्शाता है। ऋषि धवन का क्रिकेट करियर उनके संघर्ष, कड़ी मेहनत और खेल के प्रति समर्पण की कहानी है।

भले ही वह अंतर्राष्ट्रीय और आईपीएल स्तर पर बड़ी सफलता हासिल नहीं कर सके, लेकिन उनका सफर हर उस युवा खिलाड़ी के लिए प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखता है। ऋषि ने दिखाया कि छोटे शहरों से आने वाले खिलाड़ी भी अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।

घरेलू क्रिकेट में खेलते रहेंगे धवन

धवन ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है. 134 लिस्ट ए मैचों में उन्होंने 29.74 की औसत से 186 विकेट चटकाने के साथ ही एक शतक के साथ 38.23 की औसत से 2906 रन भी बनाए हैं. ऋषि धवन हालांकि प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे.

वह मौजूदा रणजी ट्रॉफी सत्र के शेष भाग के लिए हिमाचल प्रदेश टीम के प्रमुख सदस्य हैं. 2024-25 के सत्र में हिमाचल ग्रुप बी में दूसरे स्थान पर है और क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने की दौड़ में है.

धवन इस सत्र में महत्वपूर्ण योगदानकर्ता रहे हैं, उन्होंने सभी पांच मैचों में हिस्सा लिया है. उन्होंने 79.40 की शानदार औसत से 397 रन बनाए हैं और 28.45 की औसत से 11 विकेट लिए हैं.

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By NI Sports

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