
Tokyo Olympics : भारत एक ओर मेडल से चूक गया। मुक्केबाज सतीश कुमार (Satish Kumar) बेशक अपना क्वॉर्टर फाइनल मुकाबला हार गए। लेकिन फिर भी उनकी जमकर तारीफ हो रही है। चोट के बावजूद सतीश ने इस मुकाबले के लिए रिंग में उतरने का फैसला लिया और वर्ल्ड नंबर वन उज्बेकिस्तान के बाखोदिर जालोलोव (Bakhodir Jalolov) का डटकर सामना किया। उज्बेकिस्तान के बाखोदीर जालोलोव ने ब्ल्यू कार्नर से खेल रहे सतीश को एकतरफा अंदाज में 5-0 के अंतर से हराकर टोक्यो से विदा किया। सतीश कुमार की हार के साथ ही पुरुष मुक्केबाजी में भारत की चुनौती समाप्त हो गई है।
You Lost The Match But Won The Millions Of Heart
Satish Kumar ❤️🇮🇳Played Match With Broken Chin & Injury Near Eyes 😭❤️
Thank You For Making India Proud 🇮🇳#NeverGiveUP #Tokyo2020 pic.twitter.com/4DZRqCckh7
— Roop Darak BHARTIYA (@iRupND) August 1, 2021
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Tokyo Olympics : ओलिंपिक में सुपर हैवीवेट कैटेगरी में उतरने वाले पहले भारतीय बने सतीश को तोक्यो ओलिंपिक 2020 (Tokyo 2020) प्री क्वॉर्टर फाइनल में जमैका के बॉक्सर रिकॉर्डो ब्राउन के खिलाफ मैच में ठुड्डी और दाईं आंख पर गहरा कट लगा था। इसके बाद उन्हें 7 टांके लगाने पड़े।
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लवलीना से भारत को गोल्ड की उम्मीद
Tokyo Olympics : मुक्केबाजी में भारत को हालांकि एक मेडल मिलना तय है। लवलीना बोर्गोहेन के सेमीफाइनल में पहुंचने से यह पदक पक्का हुआ है। वैसे अगर लवलीना अपना अगला मैच जीत जाती हैं तो भारत को मुक्केबाजी में ऐतिहासिक सफलता मिल सकती है। लवलीना भी साफ कर चुकी हैं कि उन्हें टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए गोल्ड मेडल से कम कुछ भी मंजूर नहीं है।
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