Tokyo Olympics : भारत एक ओर मेडल से चूक गया। मुक्केबाज सतीश कुमार (Satish Kumar) बेशक अपना क्वॉर्टर फाइनल मुकाबला हार गए। लेकिन फिर भी उनकी जमकर तारीफ हो रही है। चोट के बावजूद सतीश ने इस मुकाबले के लिए रिंग में उतरने का फैसला लिया और वर्ल्ड नंबर वन उज्बेकिस्तान के बाखोदिर जालोलोव (Bakhodir Jalolov) का डटकर सामना किया। उज्बेकिस्तान के बाखोदीर जालोलोव ने ब्ल्यू कार्नर से खेल रहे सतीश को एकतरफा अंदाज में 5-0 के अंतर से हराकर टोक्यो से विदा किया। सतीश कुमार की हार के साथ ही पुरुष मुक्केबाजी में भारत की चुनौती समाप्त हो गई है।
इसे भी पढ़े- जीका वायरस से संभल कर, महाराष्ट्र में सामने आया पहला केस, केरल में 63 मामले Tokyo Olympics : ओलिंपिक में सुपर हैवीवेट कैटेगरी में उतरने वाले पहले भारतीय बने सतीश को तोक्यो ओलिंपिक 2020 (Tokyo 2020) प्री क्वॉर्टर फाइनल में जमैका के बॉक्सर रिकॉर्डो ब्राउन के खिलाफ मैच में ठुड्डी और दाईं आंख पर गहरा कट लगा था। इसके बाद उन्हें 7 टांके लगाने पड़े। इसे भी पढ़े- शादी के नाम पर ठगी – वेडिंग नाइट पर छत से कूदकर भाग गई दुल्हन, फिर….You Lost The Match But Won The Millions Of Heart Satish Kumar ❤️🇮🇳
Played Match With Broken Chin & Injury Near Eyes 😭❤️ Thank You For Making India Proud 🇮🇳#NeverGiveUP #Tokyo2020 pic.twitter.com/4DZRqCckh7 — Roop Darak BHARTIYA (@iRupND) August 1, 2021
लवलीना से भारत को गोल्ड की उम्मीद
Tokyo Olympics : मुक्केबाजी में भारत को हालांकि एक मेडल मिलना तय है। लवलीना बोर्गोहेन के सेमीफाइनल में पहुंचने से यह पदक पक्का हुआ है। वैसे अगर लवलीना अपना अगला मैच जीत जाती हैं तो भारत को मुक्केबाजी में ऐतिहासिक सफलता मिल सकती है। लवलीना भी साफ कर चुकी हैं कि उन्हें टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए गोल्ड मेडल से कम कुछ भी मंजूर नहीं है। इसे भी पढ़े- कहीं नहीं गया कोरोना, खतरा अभी भी बरक़रार, पिछले 24 घंटों में आए इतने केस
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